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देश की न्याय-व्यवस्था हिन्दी और भारतीय भाषाओं में कराने के देशव्यापी-अभियान के नेतृत्व-पुरुष हैं चन्द्रशेखर उपाध्याय

लखनऊ। चन्द्रशेखर पण्डित भुवनेश्वर दयाल उपाध्याय (CS Upadhyay) अपने छठवें देशव्यापी-प्रवास के दौरान आज लखनऊ में थे, संविधान के अनुच्छेद 348 में संशोधन किये जाने की उनकी तीन दशक पुरानी….

कुछ पढ़के सो, कुछ लिखके सो, तू जिस जगह से जागा सबेरे, उस जगह से बढ़के सो

देहारादून। तो पिछली सात मई, 2023 को देश के नाम लिखी ‘” पाती “‘ के बाद ‘हिन्दी से न्याय’ (Hindi se Nyay) इस देशव्यापी-अभियान की यात्रा में तीन परिघटनाएं घटित….

तलब-ए-आशिक-ए-सादिक में असर होता है, जरा देर से होता है, मगर होता है….

#थैंक्स नरैण-दादू (नरेन्द्रभाई दामोदरदास मोदी) #थैंक्स अमित चाचू (अमित अनिल कुमार जैन शाह) #थैंक्स जगत जी ( जगत प्रकाश नड्डा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ‘गरीबी ‘ और  ‘ संघर्ष….

विहिप के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने पुष्पलता उपाध्याय को अर्पित की श्रद्धांजलि

देहारादून। राममंदिर आन्दोलन में अग्रिम पंक्ति के नेता रहे विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व अध्यक्ष डाक्टर प्रवीण भाई तोगड़िया (Praveen Togadia)  आज सात जनवरी,2023 शनिवार को सायंकाल 04.00 बजे उत्तराखण्ड….

दीनदयाल के द्वार पर तोगड़िया की दस्तक !

नई-दिल्ली। कभी संघ व विहिप की \’आंखों का तारा\’ रहे उनके बागी नेता डाक्टर प्रवीण भाई तोगड़िया (Praveen Bhai Togadia) सात जनवरी को उत्तराखण्ड के देहरादून जा रहे हैं, वहाँ….

उत्तराखंड@25 चिंतन-शिविर पर बोले दीनदयाल उपाध्याय के प्रप्रौत्र

प्रिय पुष्कर धामी !! सादर-वन्देमातरम्। यह पाती एक प्रिय छोटे-भाई एवं एक मुख्यमंत्री दोनों के लिए है।  मैंने (CS Upadhyay) पहली बार 13 दिसंबर, 2001 को आपको देखा। भगत दा….

जब तोप मुकाबिल हो? तब अखबार निकालो

.. हमें गर्म हवाओं को रोकना होगा, नहीं तो ये समूचे वातावरण में \’महामारी\’ की तरह पसर जाएंगी और परिवेश के आखिरी छोर तक को अपनी लपटों से झुलसा देंगी,….

…जो बीत गया, वो रीत गया

देहारादून। वर्ष 2012, देश में राजनीतिक-परिवर्तन की सुगबुगाहट थी, अमित शाह (Amit Shah) का नई-दिल्ली के भोगल स्थित फ्लैट। एक शानदार मुलाकात हुई, देश-देशान्तर की चर्चा हुई, बात देश की….

अजेय होता \’हिन्दी से न्याय \’ देशव्यापी-अभियान

लखनऊ। मद्रास हाईकोर्ट (Madras Highcourt) में एक इतिहास रचा गया, अदालत में हिन्दी (Hindi) भाषियों के हक की लड़ाई लड़ी जा रही थी, बहस कर रही थीं, कभी पूर्व राष्ट्रपति….

लोग जरूरत से होशियार क्यों हैं…

इतने बेताब इतने बेक़रार  क्यों हैं,  लोग जरूरत से होशियार  क्यों हैं मुंह पे तो सभी दोस्त हैं लेकिन, पीठ पीछे दुश्मन हज़ार  क्यों हैं हर चेहरे पर इक मुखौटा….