मुख्यमंत्री धामी 24×7 मोर्चे पर डटे हैं, आपदा प्रभावित क्षेत्रों पर पैनी नजर

CM Dhami

देहारादून। उत्तराखंड में अतिवृष्टि से मैदानी इलाकों में जहां जलभराव है वहीं पर्वतीय इलाकों में पहाड़ दरक रहे हैं। ऐसे में भूस्खलन से कई सड़कें अवरुद्ध होने से आपदा की स्थिति बनी गई है। इन विपरीत परिस्थितियों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) खुद राहत के मोर्चे पर सुबह से देर रात तक 24×7 समर्पित भाव से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। आपदा राहत कार्यों को लेकर सरकारी तंत्र को अलर्ट मोड पर रखे हुए हैं।

सुबह तकरीबन 9 बजे सीएम धामी (CM Dhami) ने अपने सरकारी आवास के कांफ्रेंस हॉल में मुख्यमंत्री कार्यालय के उच्च अधिकारियों, सूचना महानिदेशक और अपने निजी स्टाफ के प्रमुख लोगों के साथ प्रतिदिन होने वाली बैठक में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने सरकार के कामकाज, प्रदेश के दैनिक समसामयिक विषयों पर वस्तुस्थिति की जानकारी, प्रवासी उत्तराखंडी भाई बहनों को अपनी मिट्टी से जोड़ने और उनके द्वारा प्रदेश का वैश्विक स्तर पर नाम रोशन करने पर सम्मानित करने, अपने प्रदेश के राष्ट्रीय पटल पर नित नए आयाम स्थापित करने जैसे विषयों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

एक घंटे तक चली इस बैठक के बाद वह सीधे अपने आवास स्थित कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों से सिलसिलेवार भेंट की। इसी बीच उन्होंने सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल रूम में जाने की इच्छा जताई तो उनका काफिला सचिवालय की ओर मुड़ गया। सूचना मिलते ही शासन के अधिकारी हरकत में आ गए। मुख्यमंत्री से पहले ही अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा रंजित सिन्हा, अपर सचिव सविन बंसल, पुलिस महा निरीक्षक,एसडीआरएफ, रिद्दिम अग्रवाल सहित तमाम बड़े अधिकारी आपदा कंट्रोल रूम पहुंच गए।

अधिकारियों से उन्होंने प्रदेश में भारी बारिश से उत्पन्न हुई स्थिति की ताजा जानकारी ली। तमाम जिलाधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर उन्होंने सजग और सचेत रहने को कहा। हिदायत दी कि अधिकारियों के मोबाइल 24 घंटे खुले रहने चाहिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा जाए। किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए।

मुख्यमंत्री (CM Dhami)  ने जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए और सड़क, विद्युत, पेयजल सेवा बाधित होने की दशा में, सभी व्यवस्थाएं संबंधित विभागों से तत्काल सुचारू की जाएं।

कंट्रोल रूम से बाहर निकलते वक्त मुख्यमंत्री ने Media कर्मियों से तमाम विषयों पर बातचीत की और उनके सवालों का जवाब दिया। इसके बाद दोपहर लगभग 12 बजे मुख्यमंत्री डिफेंस कॉलोनी स्थित पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और फिर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के आवास पर पहुंचे। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं से उनकी कुशलक्षेम जानने के उपरांत आपदा से पैदा हुए हालातों और विकास योजनाओं को लेकर चर्चा की और उनका मार्गदर्शन लिया।

अचानक आपदा कंट्रोल रुम पहुंचे सीम धामी

मुख्यमंत्री (CM Dhami) पौने एक बजे कोश्यारी के आवास से धामी सीधे सचिवालय पहुंचे,जहां उन्होंने विधायकों से मुलाकात के साथ-साथ अधिकारियों से विचार विमर्श करते हुए जरूरी पत्रावलियों का निस्तारण किया। देर रात 9 बजे तक सचिवालय में मौजूद रहकर मुख्यमंत्री शासकीय कामकाज निपटाते रहे और प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री धामी अभी देर रात्रि तक सचिवालय में विभाग वार एक-एक कर पत्रावलियों का निस्तारण कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री धामी (CM Dhami) की व्यस्ततम दिनचर्या से प्रदेश की जनता के प्रति उनके अपार स्नेह भाव और दायित्व के प्रति समर्पण का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिकूल मौसमीय परिस्थितियों में जनता को कम से कम तकलीफ हो इसके लिए वह लगातार सभी जिलाधिकारियों से सीधे संपर्क में हैं।

इसी बीच धामी (CM Dhami) ने ट्वीट कर विपक्ष के उन सभी दलों पर निशाना साधा जो भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए बेंग्लुरू में एकत्र हुए। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे विश्व में हिंदुस्तान का मान, सम्मान बढ़ाने में लगे हुए हैं और दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां अपने-अपने परिवार को भ्रष्टाचार के बूते आगे बढ़ाने के लिए आपस में गठबंधन कर रहे हैं।

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