आपसी संवादहीनता के कारण विकास कार्य बाधित हो रहे हैं : मुख्य सचिव

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देहरादून। मुख्य सचिव (SS Sandhu) ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य के लिए साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जरूरत है। राज्य सरकार और शिक्षण संस्थान जनहित में काम करना चाह रहे हैं लेकिन आपसी संवादहीनता के कारण ये कार्य बाधित हो रहे हैं। संस्थान को अभिनव समाधान खोजे जाने का कार्य देने को कहा।

गुरुवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधू (SS Sandhu)  की अध्यक्षता में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस की 5वीं कार्यकारी समिति की बैठक हुई। इस दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सतत विकास लक्ष्य को पाने के लिए इनकी साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाए। सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपसी सामंजस्य के साथ समेकित विकास पर ध्यान देना होगा।

मुख्य सचिव (SS Sandhu)  ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ लगातार सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने आईआईएम काशीपुर को राज्य के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए भी विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाने की बात कही। इसी प्रकार आईआईटी रुड़की और पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय अपने अपने क्षेत्र में राज्य के विकास के लिए विभिन्न प्रकार से प्रशिक्षण आदि उपलब्ध करा सकते हैं। इसके लिए नियोजन विभाग और संस्थान मिलकर योजना तैयार करें।

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मुख्य सचिव ने कहा कि बहुत से ऐसे कार्य हैं जो राज्य सरकार और शिक्षण संस्थान जनहित में करना चाह रहे हैं, लेकिन आपसी संवादहीनता के कारण ये कार्य बाधित हो रहे हैं। विभिन्न शिक्षण संस्थानों की एक समिति बनाकर तिमाही बैठक आयोजित की जाए। राज्य केन्द्रित शोधों के लिए रिसर्च फेलोशिप कार्यक्रम संचालित किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की समस्याओं को समझने और उसका समाधान खोजे जाने के लिए सम्बन्धित संस्थान को समस्या का अभिनव समाधान खोजे जाने का कार्य दिया जाए।

इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी,सचिव मीनाक्षी सुन्दरम,अपर सचिव नियोजन रोहित मीणा सहित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।