घूमने का बना रहे प्लान तो रंग बदलने वाली फूलों की घाटी का करें दीदार

Valley of flowers

गोपेश्वर: दो साल के इंतजार के बाद अब उत्तराखंड (Uttarakhand) स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी का दीदार देश-विदेश के कर पर्यटक सकेंगे। इससे पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों के चेहरे खिल उठे हैं जो काफी समय से बंद पड़ी इस फूलों की घाटी (Valley of flowers) के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बुधवार से फूलों की घाटी (Valley of flowers) पर्यटकों के लिए खोल दी गयी है। कोरोना काल में घरों में कैद रहने के बाद इस साल चार धाम में जिस तरह से तीर्थयात्रियों का हुजूम उमड़ रहा है, उसे देखते हुए शासन-प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार प्रकृति प्रेमी और पर्यटक रिकार्ड संख्या में फूलों की घाटी में पहुंचेगे। इससे न केवल फूलों की घाटी में चहल-पहल बढे़गी अपितु पर्यटन से जुड़े युवाओं और स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।

आज नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के प्रभागीय वनाधिकारी एनबी शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों को रवाना किया। उन्होंने बताया कि पहले दिन करीब 70 पर्यटक फूलों की घाटी के दीदार करने को पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 12 बजे दिन तक पर्यटकों को फूलों की घाटी जाने की अनुमति है।

आंकड़ों पर एक नजर

वन विभाग की ओर से भी समस्त तैयारी की गयी है। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2014 में 484 पर्यटक, वर्ष 2015 में 181, वर्ष 2016 में 6503, वर्ष 2017 में 13752, वर्ष 2018 में 14742 पर्यटक, वर्ष 2019 में 17424 पर्यटकों ने फूलों की घाटी के दीदार किए थे। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण 932 पर्यटक ही घाटी में पहुंचे थे जबकि 2021 में कोरोना संक्रमण के कारण एक जुलाई को देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी खोली गई थी और 9404 पर्यटक फूलों की घाटी पहुंचे थे।

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फूलों का संसार

फूल शायद सुंदरता के सबसे पुराने प्रतीक हैं। सभ्यता के किसी बहुत प्राचीन आंगन में जंगल और झाड़ियों के बीच उगे हुए फूल ही होंगे जो इंसान को उस खासे मुश्किल वक्त में राहत देते होंगे। इन फूलों से पहली बार उसने रंग पहचाने होंगे। खुशबू को जाना होगा। पहली बार सौंदर्य का अहसास किया होगा। फूलों की अपनी दुनिया है। वो याद दिलाते हैं कि पर्यावरण के असंतुलन से लगातार धुआंती, काली पड़ती, गरम होती इस दुनिया में फूलों को बचाए रखना जरूरी है।

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कब खुलती है फूलों की घाटी

सीमांत जनपद चमोली में मौजूद विश्व धरोहर रंग बदलने वाली फूलों की घाटी (Valley of Flower) को हर साल आवाजाही के लिए एक जून को आम पर्यटकों के लिए खोल दिया जाता है जबकि अक्तूबर अंतिम सप्ताह में 31 अक्तूबर को ये घाटी आवाजाही के लिए बंद हो जाती है।