रंगपर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में चटक होता है समरसता का रंग
गोरखपुर। सामाजिक समरसता के सतत विस्तार के साथ लोक कल्याण ही नाथपंथ का मूल है। आधुनिक कालखंड में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ द्वारा विस्तारित सामाजिक समरसता के अभियान….