वाराणसी । संत रविदास कहते हैं, ‘जात पात के फेर मंहि, उरझि रहइ सब लोग। मानुषता कूं खात हइ, रैदास जात कर रोग।’ यानी ज्यादातर लोग
वाराणसी । संत रविदास कहते हैं, ‘जात पात के फेर मंहि, उरझि रहइ सब लोग। मानुषता कूं खात हइ, रैदास जात कर रोग।’ यानी ज्यादातर लोग