मध्य प्रदेश के खंडवा जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर नर्मदानगर थाना क्षेत्र के ग्राम सक्तापुर में मंगलवार सुबह एक गांव में अचानक लगी भीषण आग (Fire) ने देखते ही देखते तीन मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में 50 वर्षीय किसान सूरज राठौर की जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना के समय सूरज राठौर अपने घर में अकेले सो रहे थे, जबकि आसपास के अन्य घरों में मौजूद लोग किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह के समय अचानक एक घर से धुआं उठता दिखाई दिया और कुछ ही पलों में आग (Fire) ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग इतनी तेजी से फैली कि सूरज राठौर को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल सका। ग्रामीणों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कोई भी घर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाया। देखते ही देखते पूरा मकान जलकर राख हो गया और सूरज राठौर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही नर्मदानगर पुलिस, तहसीलदार और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। आग की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई। आग बुझाने के लिए मूंदी, पुनासा, ओंकारेश्वर और संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट से कुल 6 फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों और ग्रामीणों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इस भीषण आग में तीनों मकानों में रखा अनाज, कपड़े, बिस्तर, फर्नीचर और अन्य घरेलू सामान पूरी तरह जलकर खाक हो गया। ग्रामीणों के अनुसार, आग लगने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
हादसे के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है। मृतक सूरज राठौर किसान थे और परिवार के मुख्य कमाने वाले सदस्य थे। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। तहसील प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन किया जा रहा है, ताकि प्रभावित परिवारों को मुआवजा प्रदान किया जा सके। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में अग्नि सुरक्षा और विद्युत व्यवस्था की गंभीरता को उजागर कर दिया है।
तीन मकानों में लगी भीषण आग, किसान की जिंदा जला जलकर मौत
