युवा उद्यमियों के लिए सफलता की गारंटी बनी ‘सीएम युवा’

युवा उद्यमियों के लिए सफलता की गारंटी बनी ‘सीएम युवा’

लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Government) की ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ (CM Yuva) योजना उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए स्वरोजगार और नवाचार का नया मंच बन रही है। इस योजना के तहत युवा न केवल अपने सपनों को साकार कर रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहे हैं। केक मैन्युफैक्चरिंग, लॉन्ड्री, डिजिटल मार्केटिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, मिनरल वाटर प्लांट, टैटू स्टूडियो और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन जैसे विविध क्षेत्रों में ब्याज मुक्त ऋण के माध्यम से युवा उद्यमी आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सीएम युवा योजना (CM Yuva Yojana) के तहत अब तक 53,000 से अधिक युवाओं के ऋण आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं और 40,000 से अधिक को ऋण वितरित किया गया है। यह योजना न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को भी गति दे रही है।

इनोवेटिव उद्यमों का नया दौर

सीएम युवा योजना (CM Yuva Yojana) के तहत युवा विभिन्न इनोवेटिव क्षेत्रों में उद्यम स्थापित कर रहे हैं। योजना के अंतर्गत केक मैन्युफैक्चरिंग, लॉन्ड्री, डिजिटल मार्केटिंग, इंटीरियर और एक्सटीरियर डिजाइनिंग, मिनरल वाटर प्लांट, टैटू स्टूडियो और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन जैसे क्षेत्रों में ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। ये क्षेत्र न केवल स्वरोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। उदाहरण के लिए, डिजिटल मार्केटिंग और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन जैसे क्षेत्र आधुनिक तकनीक और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दे रहे हैं, जबकि केक मैन्युफैक्चरिंग और लॉन्ड्री जैसे व्यवसाय स्थानीय जरूरतों को पूरा कर रहे हैं।

युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (CM Yuva) उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे 2018 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग द्वारा शुरू किया गया। इसका उद्देश्य 21 से 40 वर्ष की आयु के शिक्षित और प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त और गारुंटी मुक्त ऋण, 10% मार्जिन मनी अनुदान और डिजिटल लेनदेन पर प्रति लेनदेन 1 रुपये (अधिकतम 2000 रुपये प्रति वर्ष) की सब्सिडी प्रदान की जाती है। अगले 10 वर्षों में 10 लाख सूक्ष्म इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए 2024-25 के बजट में 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है, और इच्छुक युवा msme.up.gov.in या cmyuva.iid.org.in पर आवेदन कर सकते हैं।

सफलता की कहानियां दे रहीं स्वरोजगार की प्रेरणा

* प्रभनूर कौर (कानपुर): प्रभनूर ने केक मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रशिक्षण लिया और मार्च 2025 में 4,25,000 रुपये का ऋण प्राप्त कर ‘स्वीट स्कल्प बाय कौर्स’ नाम से यूनिट शुरू की। उनकी यूनिट न केवल सफलतापूर्वक चल रही है, बल्कि उन्होंने दो महिलाओं को रोजगार भी दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया।

* गीत सोनकर (कानपुर): गीत ने इंटीरियर और एक्सटीरियर डिजाइनिंग के लिए 2,70,000 रुपये का ऋण लिया और ‘जीएस इंटीरियर एंड एक्सटीरियर’ यूनिट स्थापित की। उनकी यूनिट ने मशीनों की स्थापना के साथ रोजगार सृजन में योगदान दिया।

* यशवंत विश्वकर्मा (ललितपुर): यशवंत ने 5 लाख रुपये का ऋण लेकर टैटू स्टूडियो शुरू किया, जिसके माध्यम से वे स्वावलंबी बने और दूसरों को रोजगार भी दे रहे हैं।

* अनुराग (जौनपुर): अनुराग ने 4.5 लाख रुपये का ऋण लेकर सोलर पैनल इंस्टॉलेशन यूनिट शुरू की, जिससे तीन लोगों को रोजगार मिला।

* अनिकेत सिंह (चित्रकूट): पहले गुजरात में लॉन्ड्री वर्कर रहे अनिकेत ने 5 लाख रुपये के ऋण से लॉन्ड्री यूनिट शुरू की। उनकी मासिक आय 30-35 हजार रुपये तक पहुंच गई और उन्होंने तीन लोगों को रोजगार दिया।

* मो. मुर्शलीन (इटावा): मुर्शलीन ने 3,40,000 रुपये के ऋण से व्हे प्रोटीन यूनिट शुरू की, जिससे एक व्यक्ति को रोजगार मिला। उन्होंने मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच की सराहना की।

* दीपेंद्र दीक्षित (इटावा) ने दलिया प्रसंस्करण इकाइ स्थापित करने के लिए 4.2 लाख का लोन प्राप्त किया। इस उद्यम के माध्यम से अब वह दो लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।