गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि आठ वर्ष पूर्व तक कोई सोच भी नहीं सकता था कि उत्तर प्रदेश दंगामुक्त और माफियामुक्त होगा। पर, आज दंगामुक्त, माफियामुक्त उत्तर प्रदेश हकीकत है। अब यूपी में माफिया प्रवृत्ति हावी नहीं हो सकती। माफिया प्रवृत्ति को जड़मूल से उखाड़ दिया गया है। अब गुंडे यहां बहन, बेटियों और व्यापारियों के लिए खतरा नहीं बन सकते। अब यूपी का आमजन परेशान नहीं होता और न ही यहां के नौजवानों को रोजगार के लिए भटकना पड़ता है।
सीएम योगी (CM Yogi) शनिवार को गोरखपुर में दो कल्याण मंडपम (मानबेला व राप्तीनगर विस्तार योजना) का लोकार्पण करने के बाद मानबेला में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। दोनों कल्याण मंडपम का निर्माण गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा क्रमशः 2 करोड़ 65 लाख तथा 85 लाख रुपये की लागत से कराया गया है। मानबेला में बने कल्याण मंडपम के लिए मुख्यमंत्री ने अपनी विधायक निधि से धनराशि दी है। कल्याण मंडपम के लोकार्पण समारोह में सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सकारात्मक बदलाव इसलिए आया है कि 2017 से जनता ने अच्छी सरकार चुनी। अच्छी सरकारें अच्छे के लिए सोचती हैं। मुख्यमंत्री ने जनता के बीच कुछ सवाल रखे और फिर उसका जवाब भी दिया। कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश, फोरलेन कनेक्टिविटी, बंद खाद कारखाने को दोबारा चलाने, नए उद्योग लगवाने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। पर, आज देश में सबसे ज्यादा निवेश यूपी में हो रहा है। बड़े-बड़े उद्योग लग रहे हैं। हर तरफ फोरलेन सड़कों की कनेक्टिविटी हो रही है। गोरखपुर का बंद खाद कारखाना दोबारा चालू हो गया है।
बीमारी के साथ बीमार मानसिकता का भी किया इलाज
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने मानबेला के जिस क्षेत्र में कल्याण मंडपम का लोकार्पण किया, वह क्षेत्र 2017 तक इंसेफेलाइटिस की चपेट वाला माना जाता था। इंसेफेलाइटिस के इलाज और उन्मूलन के लिए सांसद के रूप में लंबा संघर्ष करने वाले सीएम योगी को यह बात याद है। इसका उल्लेख भी उन्होंने अपने संबोधन में किया। कहा कि आठ वर्ष पूर्व इस सीजन में नवकी बीमारी (इंसेफेलाइटिस) से बहुत सारे बच्चे काल के गाल में समा जाते थे। आठ वर्षों में सरकार ने इंसेफेलाइटिस और उसके कारकों का इलाज तो किया ही, प्रदेश को बीमार हाल पर छोड़ देने वाली बीमार मानसिकता का भी इलाज किया। यहां उनका इशारा पूर्व की सरकार की तरफ था।
मानबेला में इंसेफेलाइटिस के दौर को याद कर भावुक हुए मुख्यमंत्री
मानबेला में इंसेफेलाइटिस के दौर को याद कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। कहा कि आठ वर्ष पहले इंसेफेलाइटिस का समाधान सोचना भी मुश्किल लगता था लेकिन आज इसका समाधान डबल इंजन सरकार द्वारा तय लक्ष्य से पहले हो गया है। सीएम ने कहा कि आठ वर्ष पूर्व इस सीजन में हर मां के चेहरे पर दहशत होती थी कि न जाने कौन सा बच्चा इंसेफेलाइटिस की चपेट में आ जाएगा। इंसेफेलाइटिस पर नकेल से अब बच्चों का भविष्य सुरक्षित है। मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस के इलाज की व्यवस्था नहीं थी। एक बेड पर चार बच्चे भर्ती रहते थे। आज मेडिकल कॉलेज का इंसेफेलाइटिस वार्ड एयर कंडिशन्ड हो गया है। मुख्यमंत्री ने पूर्व की सरकार के समय आमजन की पीड़ा को याद करते हुए कहा कि तबकी सरकार ने गरीब को उसके हाल पर छोड़ दिया था।
इलाज के लिए अब किसी को कोई दिक्कत नहीं
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने पूर्व की सरकार में सरकारी अस्पतालों की बदहाली, इलाज के लिए योजनाओं के अभाव की चर्चा करते हुए कहा कि अब इलाज के लिए किसी को कोई दिक्कत नहीं है। सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं हैं तो साथ ही गरीबों और बुजुर्गों के लिए पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान स्वास्थ्य योजना भी है। यदि किसी के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है तो उसके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से भरपूर मदद की व्यवस्था है। सीएम योगी बताया कि राज्य सरकार एक साल में मुख्यमंत्री राहत कोष से 1100 करोड़ रुपये की मदद गंभीर बीमारियों से इलाज के लिए दे चुकी है।
स्वास्थ्य सेवाओं का हुआ कायाकल्प
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने इंसेफेलाइटिस नियंत्रण की चर्चा करने के साथ ही करोड़ों रुपये खर्च कर प्रदेश के, खासकर पूर्वी उत्तर में स्वास्थ्य सेवाओं के कायाकल्प का विवरण भी प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि की 2017 के पहले तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में इलाज का एकमात्र बड़ा केंद्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज खुद बीमार था। उनकी सरकार आने के बाद अब वह स्वस्थ होकर मरीजों की बेहतरीन सेवा कर रहा है। उन्होंने कहा कि अब तो गोरखपुर में एम्स भी खुल चुका है।
खाद कारखाना और पिपराइच की बंद पड़ी चीनी मिल को चालू कराया
मुख्यमंत्री (CM Yogi) मानबेला में थे तो इसके निकट उनके सुदीर्घ प्रयासों से दोबारा चालू खाद कारखाना का उल्लेख होना लाजिमी था। उन्होंने कहा कि बंद पड़े कारखाना और बंद पड़ी पिपराइच चीनी मिल का दोबारा शुरू होना सकारात्मक सोच का परिणाम है। उन्होंने पिपराइच विधानसभा क्षेत्र में आयुष विश्वविद्यालय को भी क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि विकास की सोच से ही बड़ी उपलब्धियों को हासिल किया जा सकता है।
गीडा में लग रहीं दर्जनों फैक्ट्रियां, युवाओं को घर के पास मिल रहा रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी गोरखपुर में उद्योगों का लगना सपना था जबकि आज गीडा में दर्जनों बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां लग रही हैं। युवाओं को रोजगार के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ रहा है। वह घर-परिवार देखते हुए पास में ही नौकरी-रोजगार पा रहे हैं।
हर गरीब को आवास उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मंच से राप्तीनगर विस्तार योजना के तहत स्पोर्ट्स सिटी आवासीय क्षेत्र में एलआईजी और ईडब्लूएस लाभार्थियों को आवंटन प्रमाण पत्र सौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हर गरीब को आवास उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। बताया कि आठ साल में यूपी में पीएम आवास योजना और प्राधिकरणों की स्कीम के तहत जरूरतमंदों को 57 लाख आवास उपलब्ध कराए गए। शासन-प्रशासन के सहयोग से जरूरमंद लोगों के जीवन में खुशहाली आ रही है। शासन का सहयोग उनके लिए यादगार बन रहा है।
चेहरा या पार्टी देखकर नहीं, सबको मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार में योजनाओं का लाभ चेहरा और पार्टी देखकर दिया जाता था। पर, अब योजनाओं का लाभ चेहरा या पार्टी देखकर नहीं बल्कि सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के अनुरूप सबको दिया जाता है। सबका साथ, सबका विकास के मंत्र का परिवर्तन भी आज समाज में नजर आता है।
शहर के दक्षिण में रामगढ़ताल तो उत्तर में अब चिलुआताल पर्यटन केंद्र
गोरखपुर शहर में आठ सालों में आए विकासपरक बदलाव को बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दशकों तक उपेक्षित रहा रामगढ़ताल आज पर्यटन केंद्र के रूप में चमक रहा है। उन्होंने कहा कि शहर के दक्षिण में रामगढ़ताल है तो अब उत्तर में चिलुआताल पर्यटन का केंद्र बन गया है। हजारों लोग यहां परिवार के साथ घूम रहे हैं।
2047 तक विकसित गोरखपुर हो सबका संकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को याद दिलाते हुए नागरिकों से अपील की कि वे 2047 तक विकसित उत्तर प्रदेश और विकसित गोरखपुर का संकल्प लें। इसके लिए अपने अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि आठ साल में आए बदलाव से विकसित गोरखपुर के संकल्प को पूरा करने में कोई दिक्कत भी नहीं होगी। कारण, इन आठ सालों में गोरखपुर के सामने से पहचान का संकट दूर हो गया है। दस वर्ष पूर्व यहां के लोगों को अपनी पहचान छुपानी पड़ती थी। अब यह नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर है।
*हर शहर अपना रहा गोरखपुर का कल्याण मंडपम मॉडल*
सीएम योगी ने कल्याण मंडपम को एक अभिनव पहल बताते हुए कहा कि इसकी शुरुआत गोरखपुर ने की। आज प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली आदि सभी शहर गोरखपुर के कल्याण मंडपम मॉडल को अपना रहे हैं। कल्याण मंडपम से गरीबों को सुविधा तो मिल ही रही है, इसके लिए सभी नगर निगमों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी हो रही है।
*विराट सोच के निस्वार्थ संत हैं सीएम योगी : रविकिशन*
कल्याण मंडपम के लोकार्पण समारोह में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मांगलिक कार्यक्रमों के आयोजन में आमजन को जिन सुविधाओं के लिए लाखों खर्च करने पड़ते, उन सुविधाओं को कल्याण मंडपम के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चंद हजार रुपयों में उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी है। गरीब परिवारों के कार्यक्रमों में भव्यता देने के लिए यह विराट सोच एक निस्वार्थ संत की ही हो सकती है। सीएम योगी निस्वार्थ संत हैं और ऐसे मुख्यमंत्री बड़े भाग्य से मिलते हैं।
*आमजन के लिए कल्याण मंडपम का अद्वितीय विजन दिया सीएम योगी ने : महापौर*
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि सीएम योगी ने सामान्य, मध्यम और अल्प आय वर्ग के लोगों के लिए कल्याण मंडपम का अद्वितीय विजन दिया है। इससे जरूरतमंद लोगों को शानदार कार्यक्रमों के लिए कम खर्च में बेहतरीन विकल्प मिल रहा है।
*सीएम योगी के मार्गदर्शन में विकास का पर्याय बन रहा गोरखपुर : डॉ. धर्मेंद्र सिंह*
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि दशकों तक अपेक्षा का शिकार रहा गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पूरे देश में विकास का पर्याय बन रहा है। गोरखपुर सहित पूरे प्रदेश में हर क्षेत्र में चौतरफा विकास सीएम योगी की दूरदर्शी सोच, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और लोक कल्याणकारी नीतियों से संभव हो पाया है।
इस अवसर पर विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, जीडीए बोर्ड के सदस्य राधेश्याम श्रीवास्तव, पवन त्रिपाठी, दुर्गेश बजाज आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में मंडलायुक्त एवं जीडीए बोर्ड के अध्यक्ष अनिल ढींगरा और जीडीए के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने स्मृति चिन्ह भेंटकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
*कल्याण मंडपम का निरीक्षण किया मुख्यमंत्री ने, पौधरोपण भी किया*
मंचीय कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानबेला में नवनिर्मित कल्याण मंडपम का फीता काटकर का लोकार्पण किया। इसके बाद निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कल्याण मंडपम के परिसर में मौलश्री का पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया।
*जीडीए की परियोजनाओं का मॉडल प्रेजेंटेशन देखा सीएम ने*
कल्याण मंडपम के बाहर लगाई गई प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीडीए के स्टाल पर विभिन्न परियोजनाओं के मॉडल के जरिए प्रेजेंटेशन देखा। प्रदर्शनी स्थल पर उन्होंने अन्य विभागों के स्टालों का भी अवलोकन किया। एक स्टाल पर उन्होंने नन्हे-मुन्ने बच्चों को दुलारकर उनका अन्नप्राशन कराया। मंच पर मुख्यमंत्री ने एलआईजी और ईडब्लूएस आवास के 10 लाभार्थियों को आवंटन प्रमाण पत्र सौंपे।
*मैरिज हाउस जैसी सुविधाएं हैं कल्याण मंडपम में*
सीएम योगी के मार्गदर्शन में बने कल्याण मंडपम में मैरिज हाउस जैसी सुविधाएं हैं। मानबेला में गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने बाबा गंभीरनाथ नगर वार्ड के मानबेला में 1500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल में कल्याण मंडपम (कन्वेंशन सेंटर) का निर्माण कराया है। मानबेला के कन्वेंशन सेंटर का निर्माण 10 जून 2024 से प्रारंभ हुआ था और इसे तय समय सीमा से पूर्व ही तैयार कर लिया गया। तो तलों में निर्मित इसके भवन पर 2 करोड़ 65 लाख रुपये की लागत आई है। मानबेला के कल्याण मंडपम में 250 व्यक्तियों के विभिन्न कार्यक्रमों (विवाह, सामाजिक उत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामूहिक उत्सव आदि) का आयोजन किया जा सकता है। कल्याण मंडपम में एक बड़े हाल के साथ किचन, स्टोर, चेंजिंग रूम तथा दोनों तलों पर महिलाओं एवं पुरुषों हेतु अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है।
राप्तीनगर विस्तार योजना क्षेत्र के टोला पीरू शहीद में भी 450 वर्गमीटर भूमि पर जीडीए ने करीब 85 लाख रुपये की लागत से एक अन्य कन्वेंशन सेंटर (कल्याण मंडपम) का निर्माण प्राधिकरण निधि से किया गया है। यह कल्याण मंडपम भी दो तलों में निर्मित है जिसमें 125 व्यक्तियों के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हो सकते हैं। इसमें भूतल पर एक बड़ा मल्टीपर्पज हाल, महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, प्रथम तल पर दो रूम, बरामदा और ओपन टैरेस भी है।