लोकमाता का व्यक्तित्व एवं कृतित्व भारतीय समाज के लिए प्रेरणास्रोत है: मुख्यमंत्री योगी

लोकमाता का व्यक्तित्व एवं कृतित्व भारतीय समाज के लिए प्रेरणास्रोत है: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने गुरुवार को जीपीओ पार्क, लखनऊ में ‘पुण्यश्लोक’ पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर के जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान-2025 के अंतर्गत आयोजित भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देवी अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व और कृतित्व को भारतीय समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी पूरे प्रदेश को लोकमाता के विराट योगदान से परिचित कराएगी। साथ ही सामाजिक समरसता, राष्ट्रीय एकता तथा लोककल्याण के लिए किए गए उनके अद्वितीय कार्यों से प्रेरणा प्राप्त करने का अवसर देगी।

मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि अतीत केवल पढ़ने के लिए नहीं होता, बल्कि आत्मसात करने और उससे शिक्षा ग्रहण करने का एक सशक्त माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि अतीत की गलतियों का परिमार्जन और गौरवशाली क्षणों को आदर्श रूप में ग्रहण करना हमारे लिए आवश्यक है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से जुड़ी यह प्रदर्शनी हमें यही आत्मावलोकन करने का अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई की अखिल भारतीय दृष्टि ने उन्हें देशभर में सुशासन, सुरक्षा और सुव्यवस्था का एक अद्वितीय मॉडल बना दिया। उनका कालखंड भारतीय नारी शक्ति, सामाजिक न्याय और लोककल्याण की जीती-जागती मिसाल है।

मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारतवर्ष अपनी महान विरासत और संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहा है। यह सौभाग्य का विषय है कि देश की विभूतियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 21 से 31 मई तक उत्तर प्रदेश में ‘पुण्यश्लोक’ देवी अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान के तहत गोष्ठियों, निबंध लेखन प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनी, नाट्य श्रृंखलाओं, लोकगीत कार्यक्रमों आदि का आयोजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री (CM Yogi)  ने कहा कि हमने लोकमाता अहिल्याबाई के कालखंड को प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा, लेकिन उनके आदर्शों का जीवंत दर्शन पिछले 11 वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी की कार्यपद्धति के माध्यम से हमें हो रहा है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम से लेकर केदारनाथ तक, नेपाल के मुक्तिनाथ से लेकर सोमनाथ तक, महाकाल से लेकर रामेश्वरम तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विरासत को जोड़ने एक झलक हमें देखने को मिल रही है।

मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आज का भारत केवल विचारों का भारत नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास का भी सशक्त उदाहरण है। हाइवे, एक्सप्रेसवे, रेलवे, मेट्रो, रैपिड रेल, एयरवे और वाटरवे नए भारत की तस्वीर को गढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी ऐतिहासिक परिवर्तन हुए हैं। आजादी के बाद लंबे समय तक देश में केवल एक एम्स था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कालखंड में छह नए एम्स बने, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने 23 नए एम्स स्थापित कर देश के समक्ष स्वास्थ्य सेवाओं का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है।

मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में भी देश आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रही है। किसानों, गरीबों, श्रमिकों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ गैस कनेक्शन, 12 करोड़ शौचालय निर्माण, 50 करोड़ आयुष्मान कार्ड और 80 करोड़ लोगों को कोविड कालखंड से अब तक निःशुल्क राशन जैसी योजनाएं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सुशासन, सुरक्षा और सुव्यवस्था के एक नए युग का परिचायक हैं।

मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन

अपने संबोधन से पहले मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में लोकमाता के कालखंड में किसान, महिला, व्यापार, न्याय, प्रशासन, ममता, रमता और समता जैसे सारे विषय प्रदर्शित हैं। प्रदर्शनी को देखने बाद मुख्यमंत्री ने आयोजकों की सराहना की और प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के विचारों और आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण के कार्य में सहभागी बनें।

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।