साल में 24 एकादशी (Ekadashi) के व्रत पड़ते हैं। सभी एकादशी के व्रत का एक विशेष महत्व है। पौष मास के कृष्ण पक्ष में सफला एकादशी का व्रत पड़ता है। एकादशी की तिथि और व्रत जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित किया गया है। एकादशी के दिन विधि-विधान से भगवान का पूजन और व्रत किया जाता है।
फला एकादशी (Saphala Ekadashi) के दिन पूजन और व्रत करने भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन किया गया पूजन और व्रत जीवन के सभी काम सफल बनाता है। जीवन में खुशहाली आती है। घर धन-धान्य से भरा रहता है। इस दिन पूजा के समय कुछ विशेष मंत्रों का जप भी किया जाता है। मान्यता है कि सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) के दिन इन पांच मंत्रों का जप करने से पुण्य मिलता है।
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 14 दिसंबर को रात 08 बजकर 46 मिनट पर शुरू हो जाएगी। वहीं इस तिथि का समापन 15 दिसंबर को रात 10 बजकर 09 मिनट पर होगा। ऐसे में पंचांग को देखते हुए इस साल 15 दिसंबर को सफला एकादशी का व्रत रहेगा।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
यह महामंत्र सभी बाधाओं को दूर करता है। इसका जप करने व्यक्ति का मन स्थिर रहता है। इस मंत्र को 108 बार जपना चाहिए।
विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
इस मंत्र का जप करने से सकारात्मक उर्जा बढ़ती है।
विष्णु सहस्रनाम
पूर्ण सहस्रनाम का पाठ करना या उसका एक अंश भी जपना बहुत पुण्यकारी माना जाता है।
ॐ विष्णवे नमः
ये मंत्र बहुत शक्तिशाली है। इसका जप दिनभर किया जा सकता है।
लक्ष्मी-नारायण मंत्र
“ॐ श्रीं लक्ष्मीनारायणाभ्यां नमः”
इस मंत्र के जप से आर्थिक, पारिवारिक और मानसिक समृद्धि मिलती है।
सफला एकादशी के दिन करें इन मंत्रों का जप, मिलेगा 100 गुना पुण्य!
