पौष पूर्णिमा पर महाकुम्भ 2025 का भव्य शुभारंभ: मुख्यमंत्री योगी ने दी शुभकामनाएं

लखनऊ। विश्व के सबसे विशाल, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ 2025’ (Maha Kumbh) का सोमवार तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो गया। इस पवित्र अवसर पर

पहले स्नान पर्व पर आस्था का समागम, हर हर गंगे के जयकारों के बीच महाकुम्भ में श्रद्धा का महासंगम

महाकुम्भनगर। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिला। महाकुम्भ (Maha Kumbh) के पहले स्नान पर्व पौष

इस्टीमेट मंगवा लीजिए, सरकार देगी इलाज का पैसा : सीएम योगी

गोरखपुर। कड़ाके की ठंड में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात की। उनकी

पहले ही स्नान में दिखा आस्था-उमंग का जनसैलाब, महाकुम्भ की दिव्यता देख श्रद्धालु हुए मुग्ध

महाकुम्भनगर। महाकुम्भ-2025 (Maha Kumbh) का आगाज 144 वर्षों की प्रतीक्षा, अनन्य आस्था, अगाध भक्ति, हर्ष-उमंग और भावनाओं के उमड़ते ज्वार को साक्षात्कार करने सरीखा अनुभव

उप्र के मुख्यमंत्री ने कुंभ को दिव्य और भव्य बनाने में नहीं छोड़ी कोई कसर: गजेंद्र सिंह शेखावत

महाकुम्भ नगर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने आज महाकुंभ (Maha Kumbh) मेले के नागवासुकी क्षेत्र में सेक्टर 7

एके शर्मा ने महाकुम्भ की शोभा और बढ़ाने के साथ सेल्फी स्पाट भी बनाने हेतु निर्देश दिये

लखनऊ/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) अपने दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को प्रयागराज पहुँचकर महाकुम्भ 2025 (Maha

यूपी और भारत को जानने का अवसर है प्रयागराज महाकुंभ : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ देश और दुनिया के लोगों को उत्तर प्रदेश और भारत को जानने का महत्वपूर्ण

योगी सरकार का भगीरथ प्रयास, हर घंटे 2 लाख श्रद्धालु संगम नोज पर कर सकेंगे स्नान

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ में संगम (Sangam)  स्नान का विशेष महत्व है। इसको लेकर योगी सरकार भी सजग है और उसने श्रद्धालुओं को संगम स्नान कराने

महाकुम्भ में प्रवाहित हो रही त्याग, संयम और संकल्प की त्रिवेणी, कल्पवास कर रहे लाखों कल्पवासी बन रहे हैं साक्षी

महाकुम्भ नगर। संगम किनारे लगे आस्था के जन समागम महाकुंभ में भक्ति, त्याग और साधना के कई रूप बिखरे पड़े हैं । कल्पवास की परंपरा