पौष पूर्णिमा के दिन न करें ये गलतियां, वरना बिगड़ जाएंगे बनते काम

पौष पूर्णिमा के दिन न करें ये गलतियां, वरना बिगड़ जाएंगे बनते काम

पौष मास धार्मिक दृष्टि से बहुत ही विशेष माना जाता है। ये समय जप-तप, साधना और पुण्य कामों के लिए शुभ रहता है। पौष माह में जो पूर्णिमा पड़ती है, उसको पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) कहा जाता है। पौष पूर्णिमा साल की विशेष और महत्वपूर्ण तिथियों में से एक है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान-दान की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस दिन स्नान-दान और व्रत करने से पुण्यदायी फल प्राप्त होते हैं।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए अच्छे कर्मों से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। वहीं इस दिन गलत काम करने से कठिनाइयां और आर्थिक परेशानियां होती हैं। बनते हुए काम बिगड़ जाते हैं, इसलिए इस दिन ये गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
कब है पौष पूर्णिमा (Paush Purnima)?
पौष माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 02 जनवरी 2026 को शाम 06 बजकर 53 मिनट पर हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 03 जनवरी 2026 को दोपहर 03 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगा। चूंकि 3 जनवरी को सूर्योदय के समय पूर्णिमा तिथि विद्यमान रहेगी, इसलिए पौष पूर्णिमा (Paush Purnima)3 जनवरी 2026, शनिवार को मनाई जाएगी।
पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) के दिन न करें ये गलतियां
सूर्योदय के बाद तक न सोएं
पौष पूर्णिमा (Paush Purnima)के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा, यमुना, नर्मदा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करें। अगर गंगा स्नान संभव न हो तो घर के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें, लेकिन इस दिन भूलकर भी सूर्योदय के बाद तक न सोएं। क्योंकि ऐसा कर शुभ नहीं होता। ऐसा करने से किस्मत कमजोर हो सकती है। देवी-देवताओं की कृपा दूर हो सकती है।
किसी को अपशब्द न बोलें
यह दिन साधना, जप और आत्मसुधार के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है, इसलिए इस दिन किसी से झगड़ा नहीं करें। किसी को अपशब्द नहीं बोलें। ऐसा करने से घर में तनाव बढ़ता है। मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
तामसिक चीजों का सेवन न करें
इस दिन व्रत रखा जाता है, अगर व्रत नहीं रख सकते हैं, तो तामसिक चीजों का सेवन तो भूलकर भी नहीं करें। मांसाहारी भोजन और शराब के सेवन से बचें। ऐसा करने से ग्रहों का पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।