लखनऊ: सूर्य उपासना के महापर्व छठ के पावन अवसर पर प्रदेश के सभी नगरीय निकायों द्वारा नगर विकास विभाग के निर्देशन में स्वच्छता, सुरक्षा एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में अभूतपूर्व तैयारियाँ की गईं। इस वर्ष के छठ महापर्व की तैयारियों और स्वच्छता अभियान का संचालन नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) के नेतृत्व और मार्गदर्शन में किया गया।
ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने सभी विभागों — नगर निगम, जल निगम, विद्युत विभाग, एवं प्रशासनिक इकाइयों — को यह निर्देश दिया कि छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए स्वच्छता, सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था एवं जनसुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए।
ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने कहा — “छठ महापर्व भारतीय संस्कृति का प्रतीक है, जो अनुशासन, श्रद्धा, स्वच्छता और महिला सशक्तीकरण का अद्भुत संदेश देता है। इस पावन पर्व पर सभी विभागों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि श्रद्धालु स्वच्छ, सुरक्षित और श्रद्धापूर्ण वातावरण में पूजा-अर्चना कर सकें। सभी अधिकारियों, सफाईकर्मियों, स्वयंसेवकों और नागरिकों को इसके सफल आयोजन हेतु मैं हार्दिक धन्यवाद देता हूँ।”
मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए घाटों पर विशेष सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं।प्रदेश भर में 1,116 घाटों को चिन्हित कर वहाँ स्वच्छता एवं जनसुविधा के व्यापक इंतज़ाम किए गए। सफाई कार्यों के लिए 39,050 मानवबल की तैनाती की गई। कचरा संग्रहण और परिवहन हेतु 1,366 वाहन लगाए गए। महिलाओं की सुविधा के लिए 1,553 चेंजिंग रूम और 319 मोबाइल टॉयलेट्स स्थापित किए गए। इन व्यवस्थाओं से घाटों पर आने वाली महिलाओं और बच्चियों को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण मिला।
स्वच्छता अभियान में 89 गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और 4,518 स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी रही। छठ पर्व के दौरान 18,30,575 से अधिक श्रद्धालुओं ने नगर निकायों के स्वच्छता और जनजागरूकता प्रयासों में सहभागिता की। सफाई अभियान के दौरान कुल 33,277 किलोग्राम कचरा एकत्र किया गया, जिसमें से 28,525 किलोग्राम कचरे का निस्तारण पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप किया गया। इसके अतिरिक्त, 381 किलोग्राम प्लास्टिक जब्त किया गया और ₹29,800 का जुर्माना एकल-उपयोग प्लास्टिक (SUP) के विरुद्ध वसूला गया।
नगर विकास विभाग ने स्वच्छता के साथ-साथ सुरक्षा एवं प्रकाश व्यवस्था को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु 9,174 स्थायी लाइटें और 28,747 अस्थायी लाइटें लगाई गईं। 496 सार्वजनिक संबोधन (PA) सिस्टम, 1,077 अर्पण कलश, और 881 टोल-फ्री सहायता बोर्ड भी लगाए गए। महिला सहायता डेस्कों पर महिला कर्मियों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने श्रद्धालु महिलाओं को सहायता एवं जानकारी प्रदान की।
नगर विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष के छठ पर्व में माननीय श्री ए.के. शर्मा जी के दिशा-निर्देशों और मिशन शक्ति 5.0 के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए हर स्तर पर तैयारी की गई। महिला सुरक्षा, जनसुविधा और स्वच्छता के समन्वय से यह पर्व धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी प्रेरणास्रोत बन गया।
स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवकों और महिला समूहों के समर्पण ने यह साबित किया कि जब महिलाएँ नेतृत्व और सहभागिता की भूमिका निभाती हैं, तो स्वच्छता और सामाजिक परिवर्तन की गति कई गुना बढ़ जाती है।
