आज Gig वर्कर्स की हड़ताल, फिर भी ऑर्डर ऑन—Swiggy-Blinkit का क्या है गेम?

आज Gig वर्कर्स की हड़ताल, फिर भी ऑर्डर ऑन—Swiggy-Blinkit का क्या है गेम?

नए साल की पूर्व संध्या पर देशभर में Gig और डिलीवरी वर्कर्स ने हड़ताल का ऐलान किया है. Gig और डिलीवरी वर्कर्स (Gig Workers) यूनियनों का कहना है कि Zomato, Swiggy, Blinkit और Zepto जैसे प्लेटफॉर्म से जुड़े कर्मचारी 31 दिसंबर को काम नहीं करेंगे. इससे ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी में बाधा की आशंका जताई जा रही है. इसके बावजूद Noida समेत NCR के कुछ इलाकों में ग्राहकों को अब भी फटाफट डिलीवरी मिल रही है. सवाल यह है कि हड़ताल के बीच भी सेवाएं कैसे चल रही हैं.
New Year Eve पर क्यों हुई Gig वर्कर्स (Gig Workers) की हड़ताल
Gig और डिलीवरी वर्कर्स यूनियनों का कहना है कि प्लेटफॉर्म कंपनियां उनसे ज्यादा काम करवा रही हैं, जबकि कमाई लगातार घट रही है. वर्कर्स ने असुरक्षित डिलीवरी टारगेट, मनमानी ID ब्लॉकिंग, नौकरी की अनिश्चितता और सोशल सिक्योरिटी की कमी को लेकर विरोध किया है. भारतीय ऐप आधारित ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के मुताबिक, 25 दिसंबर की फ्लैश स्ट्राइक से कई शहरों में 50 से 60 प्रतिशत तक सेवाएं प्रभावित हुई थीं. 31 दिसंबर की हड़ताल को इन्हीं मांगों को लेकर आगे बढ़ाया गया है.
देश के किन शहरों में दिख रहा है ज्यादा असर
हड़ताल का असर पुणे, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में ज्यादा देखने को मिल सकता है. यूनियनों का दावा है कि कई डिलीवरी पार्टनर ऐप से लॉग आउट कर रहे हैं या ऑर्डर लेने से इनकार कर रहे हैं. इससे फूड ऑर्डर, ग्रॉसरी डिलीवरी और लास्ट मिनट शॉपिंग में देरी और कैंसलेशन की स्थिति बन सकती है. खासतौर पर New Year Eve जैसे व्यस्त दिन पर प्लेटफॉर्म्स पर दबाव बढ़ गया है.
हड़ताल के बावजूद Noida में क्यों मिल रही डिलीवरी
Noida और NCR के कुछ इलाकों में Swiggy और Blinkit की डिलीवरी इसलिए जारी है क्योंकि सभी वर्कर्स (Gig Workers) हड़ताल में शामिल नहीं हुए हैं. कई प्लेटफॉर्म्स ने इंसेंटिव बढ़ाकर, सीमित एरिया में ऑपरेशन चलाकर और पार्ट टाइम या बैकअप डिलीवरी स्टाफ के जरिए सेवाएं जारी रखी हैं. इसके अलावा कुछ डिलीवरी पार्टनर हड़ताल के बावजूद काम कर रहे हैं, ताकि उनकी कमाई प्रभावित न हो. यही वजह है कि ग्राहकों को यहां अभी भी ऑर्डर मिल रहे हैं.
आगे क्या होगा, ग्राहकों को क्या ध्यान रखना चाहिए
31 दिसंबर की हड़ताल का असर पूरे दिन अलग-अलग शहरों में बदलता रह सकता है. यूनियनों ने सरकार से हस्तक्षेप और प्लेटफॉर्म कंपनियों पर श्रम कानून लागू करने की मांग की है. वहीं कंपनियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. ग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि New Year Eve पर जरूरी सामान पहले से ऑर्डर करें, क्योंकि डिमांड बढ़ने के साथ डिलीवरी में देरी या कैंसलेशन की संभावना बढ़ सकती है.