फ्रॉड करने वाले लोगों को शिकार बनाने के लिए अलग-अलग तरकीब लगाते हैं, इन्हीं में से एक ट्रिक है Fake Message. बहुत से लोग फेक मैसेज के झांसे में फंस जाते हैं, इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए TRAI ने X पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है कि आप किस तरह से असली और नकली मैसेज के बीच फर्क कर सकते हैं?
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण ने X पर पोस्ट कर बताया कि सभी मैसेज जेनुअन नहीं होते, कोई भी ऑफिशियल जैसे मैसेज लिख सकता है. यही वजह है कि असली मैसेज के लिए कुछ Suffixes (आखिर में लगने वाला वर्ड) का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि –P, -S, -T या -G. इसका मतलब ये है कि जिसने आपको मैसेज भेजा है अगर उसके मैसेज के हेडर में इनमें से किसी भी शब्द का इस्तेमाल हुआ है तो वो जेनुअन है. P (प्रॉमोशनल), S (सर्विस), T (ट्रांजैक्शनल) और G (गवर्मेंट) मैसेज के हेडर में आखिरी में नजर आएगा.
फ्रॉड करने वाले लेते हैं डर/लालच का सहारा
KYC अपडेट करें वरना अकाउंट बंद हो जाएगा
50 लाख की लॉटरी जीती है, लिंक पर क्लिक कर बैंक डिटेल भरें.
अगर कभी भी आपको ऐसा कोई मैसेज रिसीव हो जिसमें लिखा हो कि KYC न होने की वजह से आपका अकाउंट बंद कर दिया जाएगा और लिंक पर क्लिक कर केवाईसी पूरा करने के लिए कहा जाए तो समझ जाइए कि फ्रॉड करने वाले आपको जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा 50 लाख के लालच में अगर आप आए और बैंक अकाउंट डिटेल शेयर कर दी तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है और आपका अकाउंट भी खाली किया जा सकता है.
TRAI ने पोस्ट शेयर करने के साथ ही एक यूआरएल भी शेयर किया है जिसपर जाकर आप इस बात को चेक कर सकते हैं कि एसएमएस सही जगह से आया है या नहीं? smsheader.trai.gov.in. पर जाकर आप खुद एसएमएस को वेरिफाई कर सकते हैं.
ऐसे पहचाने मैसेज असली या नकली? फ्रॉड से बचने के लिए जानें ये जरूरी बात
