ग्रेटर नोएडा के डाबरा गांव में मंगलवार की शाम एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर दीं। गांव के ही रहने वाले शहीद सुरेश सिंह भाटी की बेटी की शादी (Wedding) थी। सभी शादी की तैयारियों में लगे हुए थे। इसी बीच सेना के जवानों से भरी बस गांव में आकर रुकी। इसे देख लोग अचंभित हो गए। इसी बीच 50 जवान शादी के पंडाल में पहुंचे। उन्होंने बेटी की कन्यादान की बात कही। ये नजारा वाकई में भावुक कर देने वाला था।
गांव के एक युवक ने बताया कि 2006 में कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले से गांव के सुरेश सिंह भाटी शहीद हो गए थे। अब उनका बेटा भी सेना में ही है और देश सेवा में अपना योगदान दे रहा है। ये बारात ग्रेटर नोएडा के ही गांव कासना से आई थी। शादी (Wedding) में शामिल होने के लिए सेना के लोगों को भी निमंत्रण भेजा गया था।
नजारा देख हर किसी की आंख हुई नम
मंगलवार को जब सेना के जवानों ने शहीद की बेटी का कन्यादान किया तो ये नजारा देख बारात में आए हर शख्स की आंखें नम थीं। सेना के जवानों ने शहीद सुरेश भाटी के बहादुरी के किस्से सुनाए और उनके बेटे हर्ष भाटी को भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने के लिए प्रेरित किया।
जवानों ने बेटी को आशीर्वाद दिया
विदाई के समय का माहौल भी उतना ही मार्मिक था जितना कि कन्यादान का पल। जवानों ने बेटी को आशीर्वाद दिया और परिवार को भरोसा दिलाया कि सेना हमेशा शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है। यह अनोखी शादी न सिर्फ डाबरा गांव, बल्कि आसपास के सभी इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
लड़की के परिजनों ने कहा कि यह अवसर सभी के लिए यादगार इसलिए भी बना, क्योंकि इसमें एक शहीद पिता की अनुपस्थिति को पूरा करने के लिए देश के 50 वीर सपूत एक साथ खड़े हुए। यही संदेश दिया कि शहीद कभी अकेले नहीं होते, उनका परिवार पूरे देश का परिवार होता है।
