अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद PM मोदी ने राम मंदिर (PM Modi ) के शिखर पर ध्वजारोहण कर दिया। अभिजीत मुहूर्त में पीएम मोदी के बटन दबाते ही 2 किलो की केसरिया ध्वजा 161 फीट ऊंचे शिखर पर फहरने लगी।
इस मौके पर पीएम मोदी ( PM Modi)के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) भी मौजूद रहे। राम मंदिर के शिखर पर फहरा रहा ध्वज 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा, समकोण त्रिभुजाकार है। इस पर एक उज्ज्वल सूर्य की छवि है, जो भगवान श्री राम की प्रतिभा और वीरता का प्रतीक है, साथ ही कोविदारा वृक्ष की छवि के साथ इस पर ‘ओम’ अंकित है।
यज्ञकुंडों से उठती आहुतियों की सुगंध और नगाड़ों की गूँज ने समारोह को भव्यता प्रदान की। पीएम ने ध्वजारोहण कर राष्ट्र को सनातन परंपरा की अखंडता, आस्था और सांस्कृतिक स्वाभिमान का संदेश दिया। राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज लहराने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर की पहली मंजिल पर नवनिर्मित राम दरबार में पूजा-अर्चना की। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय पहली मंजिल पर राम दरबार की स्थापना नहीं हुई थी। राम दरबार का कार्य हाल ही में पूर्ण हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले शेषावतार मंदिर में पूजा-अर्चना की।
पीएम मोदी (PM Modi ) ने सर संघचालक मोहन भागवत के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला के दरबार में शीश नवाया। दर्शन के बाद पूजा अर्चना की। सीएम योगी आदित्यनाथ और गवर्नर आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर देश-दुनिया से आए संत-महंत, विशिष्ट अतिथि और हज़ारों श्रद्धालु मौजूद रहे। सुरक्षा के कड़े इंतज़ामों के बीच राम नगरी उत्सव के रंग में डूबी रही।
मंदिर परिसर से लेकर सरयू तट तक हर ओर दीप, पुष्प और रंगोलियों से सजा माहौल इस ऐतिहासिक उत्सव का साक्षात अनुभव करा रहा था। चार से पांच मिनट के संक्षिप्त ध्वजारोहण अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर ध्वज फहराया। सात हजार अतिथि समारोह के साक्षी बने।
