iPhone खोने के बाद नया फिशिंग स्कैम: Apple ID चुरा रहे हैं ठग!

iPhone खोने के बाद नया फिशिंग स्कैम: Apple ID चुरा रहे हैं ठग!

कोई भी स्मार्टफोन खो जाना एक बड़ी परेशानी है, खासकर जब बात iPhone की हो। लेकिन, अगर आपको फोन मिलने का संदेश आता है, तो सावधान हो जाइए! साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह भरोसा आपको एक नए और खतरनाक फिशिंग स्कैम में फंसा सकता है। इस स्कैम में, जालसाज आपको यह यकीन दिलाते हैं कि आपका खोया हुआ iPhone मिल गया है, और उसे वापस पाने के बहाने आपकी Apple ID और पासवर्ड चुरा लेते हैं।

स्विस नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर (NCSC) ने चेतावनी दी है कि स्कैमर्स Apple के ‘Find My’ फीचर का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। जब कोई iPhone खो जाता है, तो अक्सर यूज़र लॉक स्क्रीन पर अपना मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी लिख देता है ताकि फोन मिलने पर कोई उससे संपर्क कर सके। ठग अब इसी जानकारी का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा दे रहे हैं।

यह फिशिंग स्कैम कैसे काम करता है?

  1. पहला संपर्क: ठग खुद को Apple की Find My टीम का कर्मचारी बताकर iMessage या SMS पर एक संदेश भेजते हैं।

  2. विश्वास बनाना: मैसेज में खोए हुए फोन की पूरी जानकारी होती है—जैसे फोन का मॉडल, स्टोरेज और रंग।

  3. फिशिंग लिंक: मैसेज में एक लिंक दिया जाता है, जिसमें दावा किया जाता है कि “आपका फोन मिल गया है, स्थान (Location) देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें।”

  4. नकली लॉगिन पेज: यह लिंक यूज़र को एक नकली Apple लॉगिन पेज पर ले जाता है। यह पेज बिल्कुल असली Apple साइन-इन पेज जैसा दिखता है।

  5. डेटा चोरी: जैसे ही यूज़र अपनी Apple ID और पासवर्ड दर्ज करता है, ठग उस डेटा को चुरा लेते हैं। इस जानकारी का उपयोग वे चोरी किए गए iPhones को अनलॉक करने और फिर उन्हें बेचने के लिए करते हैं।

इस स्कैम से कैसे बचें?

  • संदिग्ध लिंक से बचें: किसी भी अजनबी या संदिग्ध SMS/iMessage लिंक पर कभी क्लिक न करें

  • URL की जांच करें: यदि गलती से लिंक खुल भी जाए, तो URL (वेब पता) को ध्यान से जांचें। सुनिश्चित करें कि वह वास्तविक Apple डोमेन है। किसी भी स्थिति में अपनी Apple ID या पासवर्ड दर्ज न करें।

  • वैकल्पिक ईमेल का उपयोग करें: खोए हुए फोन की लॉक स्क्रीन पर अपनी मुख्य Apple ID से जुड़ी ईमेल के बजाय, एक अलग ईमेल आईडी लिखना अधिक सुरक्षित है।

  • SIM PIN सक्रिय करें: SIM कार्ड का PIN सक्रिय (PIN On) रखने से फोन चोरी होने पर भी उसका गलत इस्तेमाल होने की संभावना काफी कम हो जाती है।

  • शिकायत दर्ज करें: यदि आपको लगे कि आपका व्यक्तिगत डेटा जोखिम में है, तो तुरंत अपना पासवर्ड बदलें, नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें और राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर रिपोर्ट करें।