देहरादून: जिलाधिकारी सविन बंसल (Savin Bansal) ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में जिला चिकित्सालय कोरोनेशन के निर्माण कार्यों एवं एवं विभिन्न व्यवस्थाओं, सुविधाओं की अचानक समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक में जिला चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं, उपकरणों की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता तथा अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या की समीक्षा की गई।
जिला प्रशासन के प्रयासों से विगत वर्ष जिला चिकित्सालय में प्रारम्भ किए गए एसएनसीयू से अब तक 500 बच्चे स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं। विगत बैठक में जिलाधिकारी ने एसएनसीयू को 06 बैड से बढाकर 12 बैड करने के निर्देश दिए गए थे, जिसके विस्तारीकरण की समीक्षा करने बताया गया कि अभी विस्तारीकरण नही हो पाया, जिसका कारण जानने पर 2 माह से फंड न होना बताया गया। फंड न होने की जानकारी 2 माह से संज्ञान में न लाने पर जिलाधिकारी (Savin Bansal) ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय को फटकार लगाई। एसएनसीयू विस्तारीकरण एवं अन्य महत्वपूर्ण आवश्यक सेवाओं हेतु डीएम (Savin Bansal) ने मौके पर ही 91 लाख की धनराशि जारी करते हुए एक माह के भीतर एसएनसीयू विस्तारीकरण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन के प्रयासों जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन ब्लड बैंक की कार्यप्रगति जानने पर अवगत कराया गया कि ब्लड बैंक का 75 प्रतिशत् कार्य पूर्ण हो गया है जिस पर जिलाधिकारी ने माह फरवरी 2026 तक शेष कार्य पूर्ण करने तथा ब्लड बैंक संचालन हेतु मशीन, उपकरण चिकिक्त्सक स्टॉफ, मैनपावर की व्यवस्था समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी (Savin Bansal) ने चिकित्सालय में एसएनसीयू अपग्रेड कार्यों, दिव्यांगजन के शौचालय, जनरल ओटी हेतु स्टेपलाईजर, चिकित्सालय के पुराने भवन दीवारों की मरम्मत, फायर हाईड्रेंट, फायर अलार्म, वाटर हाईड्रेंट, जन्ममृत्यु पंजीयन हेतु कलर प्रिन्टर, आदि कार्यों के लिए 91 लाख की धनराशि जिला योजना से मौके पर ही स्वीकृत की।
जिलाधिकारी (Savin Bansal) ने कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिलनी चाहिए। उन्होंने चिकित्सालय प्रबंधन को निर्देश दिए कि अस्पताल में स्वच्छता व्यवस्था, दवा वितरण प्रणाली तथा उपकरणों की कार्यशील स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही चिकित्सालय में आने वाले मरीजों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए हेल्प डेस्क को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने (Savin Bansal) कहा कि चिकित्सालय में आधारभूत सुविधाओं का निरंतर रखरखाव और सुधार प्राथमिकता पर किया जाए। जिलाधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार अपनाया जाए।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय में सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सालय परिसर में संचालित ऑटोमेटेड पार्किंग से पार्किंग व्यवस्था में सुधार आया है है। उनके द्वारा जिलाधिकारी से आटोमेटेड पार्किंग निर्माण का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, प्रभारी अधिकारी स्वास्थ्य/उप जिलाधिकारी हरिगिरि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय मन्नु जैन, वरिष्ठ पैथोलॉली डॉ जेपी नौटियाल, डॉ शालिनि डिमरी, पीआरओ प्रमोद पंवार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजू सब्बरवाल, मैटर्न इन्दू शर्मा, सुशीला पंवार, प्रबन्धक आरती, आदि उपस्थित रहे।
