लखनऊ: भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित छठा अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया और अपने संबोधन में ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार साझा किए।
अपने संबोधन में शर्मा (AK Sharma) ने ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में बड़े कदम बढ़ा रहा है।
मंत्री शर्मा (AK Sharma) ने अपने संबोधन में उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 13 फरवरी 2024 को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना का उद्देश्य देशभर में घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्रों को बढ़ावा देना, आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना और प्रत्येक घर को मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
उन्होंने (AK Sharma) बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के सफल क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल है। जुलाई 2025 में उत्तर प्रदेश ने पूरे देश में सर्वाधिक मासिक रूफटॉप सौर संयंत्र स्थापित करने का कीर्तिमान बनाया, जो राज्य की हरित ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने (AK Sharma) बताया कि केवल अगस्त माह में 28029 नए इंस्टॉलेशन संपन्न हुए जिससे उत्तर प्रदेश में सभी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व स्थापित किया अब तक 208407 इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं जो हमारी प्रतिबद्धता और जनता की भागीदारी का प्रमाण है। यह सफलता न केवल उत्तर प्रदेश की जनता के लिए गर्व का विषय है बल्कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सतत् निवेश को आकर्षित करना और प्रदेश को स्वच्छ, सस्ती तथा टिकाऊ ऊर्जा उपलब्ध कराना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में देश को दिशा देने का कार्य करेगा।