राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कार्यकाल के चार वर्ष में तय किए विकास के लिए पांच मिशन

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कार्यकाल के चार वर्ष में तय किए विकास के लिए पांच मिशन

देहरादून: लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) (Governor Gurmit Singh) सोमवार 15 सितम्बर को उत्तराखण्ड के राज्यपाल के पद पर अपने कार्यकाल के 4 वर्ष पूर्ण कर रहे हैं। उन्होंने अपना पदभार संभालते ही उन्होंने राज्य के विकास के लिए रिवर्स पलायन, महिला सशक्तीकरण एवं बालिका शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं तकनीकी, जैविक एवं प्राकृतिक कृषि और वेलनेस, ये पाँच मिशन निर्धारित किए। इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए वे लगातार प्रयासरत रहे हैं।

उन्होंने उच्च शिक्षा में सुधार के लिए अनेक नई पहल की। जिसमें वन यूनिवर्सिटी, वन रिसर्च के फार्मूले पर बल दिया गया। उनके निर्देशन में राजकीय विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं संस्थानों की संबद्धता प्रक्रिया को सुगम एवं प्रभावी बनाए जाने के दृष्टिगत उत्तराखण्ड कॉलेज एफिलिएशन पोर्टल तैयार किया गया है।

श्री सिंह (Governor Gurmit Singh) ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के इंटरेक्शन में पारदर्शिता लाने के लिए इंटरेक्शन की वीडियो रिकॉर्डिंग की शुरुआत की है। साथ ही, नियुक्तियों तथा कार्य परिषदों की बैठकों में पूर्ण पारदर्शिता तथा शुचिता के दृष्टिगत, बैठकों तथा तत्संबंधी कार्यवाहियों की नियमित रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग करने के निर्देश जारी किए। उनकी प्रेरणा से यूनिवर्सिटी कनेक्ट और यूनिसंगम मोबाइल एप लांच किया गया है। जिसके द्वारा विश्वविद्यालयों के पास अपनी उपलब्धियों, बेस्ट प्रैक्टिसेज, कार्यक्रमों, विषय-विशेषज्ञों, सूचनाओं, स्टार्टअप, शोध और विकास को आपस में और राजभवन के साथ ऑनलाइन संवाद के जरिए साझा किए जाने की सुविधा उपलब्ध है।
पहली बार राज्यपाल की पहल पर, निजी विश्वविद्यालयों की बैठकें की गई, जो अब निरंतर आयोजित की जा रही है। उनके निर्देशन राजभवन देहरादून में एआई आधारित स्मार्ट ऑटोमेशन सिस्टम के अंतर्गत ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम, ई-पास, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम, डिजिटल डैशबोर्ड कार्य कर रहा है। साथ ही विश्वविद्यालयों के कुलपति के अवकाश आवेदन का ऑनलाइन निराकरण किया जाता है।

श्री सिंह (Governor Gurmit Singh) के नेतृत्व में राजभवन का दीदार करने के लिए वर्चुअल टूर तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से यहां लोगों को राजभवन परिसर स्थित बोनसाई गार्डन, नक्षत्र वाटिका, राजप्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर, आरोग्यधाम, राजलक्ष्मी गौशाला और पुस्तकालय के डिजिटल भ्रमण का अनुभव मिल रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय यूटीयू की सहायता से राजभवन के लिए इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। जिसमें राजभवन, देहरादून और नैनीताल स्थित सभी इन्वेंटरी पर बार कोड लगाया गया है। इन्वेंटरी में बार कोड लगाए जाने से चीजों के प्रति पारदर्शिता व जवाबदेही को बढ़ावा मिल रहा है।

इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के प्रयोग से निर्मित राजभवन मैत्री चैटबॉट की शुरुआत की गई है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने अपने पांच प्रमुख मिशन में एआई को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। इसी क्रम में मैत्री चैटबॉट एआई तकनीक से युक्त एक अभिनव प्रयास है जिसमें राज्यपाल के विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध है।

बीते चार वर्षों में राज्यपाल श्री सिंह (Governor Gurmit Singh) ने उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए आईटीडीए द्वारा ‘‘चारधाम यात्रा डैशबोर्ड’’ तैयार कराया है। उनके निर्देश पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित चैटबॉट ‘‘गार्गी नारी शक्ति’’ तैयार किया गया है। इसके साथ ही गुरुवाणी पर आधारित एआई-संचालित चैटबॉट ‘‘इटरनल गुरु’’ लांच किया गया है। इस चैटबॉट को उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा हेमकुण्ट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सहयोग से तैयार किया गया है।

राजभवन में सैनिकों और उनके आश्रितों की समस्याओं के निवारण को शिकायत निवारण अधिकारी की तैनाती की गई है। समय-समय पर राजभवन में लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनता मिलन का आयोजन किया जाता है जिसमें राज्यपाल स्वयं लोगों की समस्याएं सुनते हैं।

राज्य में स्थित केन्द्र सरकार के 80 से अधिक केन्द्रीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ खुद राज्यपाल 2 दौर की बैठक कर चुके हैं। उन्होंने चार वर्षों में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों का भ्रमण किया है। जिलों में अधिकारियों से बैठक और स्थानीय लोगों से संवाद किया गया है। उनके द्वारा प्रदेश में स्थित 51 वाइब्रेंट विलेज में से 30 गांवों का दौरा किया जा चुका है। इसके अलावा, टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत, राज्यपाल के मार्ग-निर्देशन में अभी तक 10 हजार से अधिक निःक्षय मित्रों द्वारा टीबी रोगियों की सहायता की है। राज्यपाल ने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए 67 टीबी रोगियों का निःक्षय मित्र बनकर उन्हें इस बीमारी से मुक्त करने में सहयोग दिया है।

श्री सिंह (Governor Gurmit Singh) की पहल पर राजभवन में अभिनव पहल शुरू करते हुए बालिका आत्मरक्षा एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ किया गया। राजभवन में विभिन्न जन-जागरूकता कार्यक्रमों तथा लोक महत्व के विषयों पर सेमिनार किए जा रहे हैं।परिवार मिलन कार्यक्रम आयोजित होते हैं। जिसमें वह स्वयं प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी की व्यक्तिगत और कार्यालयी समस्याओं को सुनते हैं। साथ ही उत्कृष्ठ कार्य करने वाले कार्मिकों को सम्मानित किया जाता है। राजभवन परिसर में आरोग्यधाम केन्द्र की स्थापना की गई है। जबकि राजभवन परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा अन्य प्रयासों से ग्रीन राजभवन बनाए जाने की कवायद जारी है।

राज्यपाल श्री सिंह (Governor Gurmit Singh) के मार्गनिर्देशन में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को आध्यात्मिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक के रूप में राजभवन देहरादून में ’’नक्षत्र वाटिका’’ की स्थापना की गयी है। जिसमें 27 नक्षत्रों से संबंधित 27 पौधों को स्थान दिया गया है। इसके अलावा राजभवन में स्थित बोनसाई गार्डन का विस्तारीकरण किया जा रहा है। वर्तमान में बोनसाई गार्डन में 500 से अधिक पौधों को संरक्षित किया गया है जो राजभवन में आकर्षण का केंद्र हैं। इसके अलावा गौमाता के महत्व को समझते हुए गौशाला का भी निर्माण किया गया है।