CM धामी ने गाजियाबाद में उत्तरायणी-मकरैण महोत्सव में भाग लिया

गाजियाबाद/देहारादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने रविवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पर्वतीय प्रवासी जन-कल्याण समिति द्वारा आयोजित ‘उत्तरायणी-मकरैंण महोत्सव’ में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने उत्तरायणी-मकरैंण महोत्सव में जनता का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि यह महोत्सव उत्तराखंड की संस्कृति, वेशभूषा, खान-पान और अपनेपन का संगम है।

सीएम धामी (CM Dhami) ने कहा कि हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और इसे बढ़ावा देने के लिए आयोजकों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसे महोत्सव हमारी सांस्कृतिक विरासत, लोक कला और लोक संगीत को बढ़ावा देने के साथ ही उत्तराखंडी प्रवासियों को प्रेम के सूत्र में बांधने का काम भी करते हैं।महोत्सव में पारंपरिक हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद और उत्तराखंडी व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने सभी से अपने पैतृक गांव, उत्तराखंड में स्थित पहाड़ों के विकास में सहभागी बनने की अपील करते हुए कहा कि अपनी पैतृक भूमि में निवेश कर स्वरोजगार और लघु उद्योगों को बढ़ावा देकर अपनी जन्मभूमि को आगे बढ़ाना होगा।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास और विरासत को एक साथ बढ़ावा दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि देश में प्रमुख धार्मिक स्थलों का विकास एवं पुनर्निर्माण किया जा रहा है।काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकाल लोक, अयोध्या में श्रीराम मंदिर परिसर भी भव्य दिव्य परिसर बन गया है। उत्तराखंड राज्य सरकार ने विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर भी काम किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रेल, हवाई कनेक्टिविटी जैसे अनेक क्षेत्रों में विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। श्री केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य, भगवान बद्री विशाल के परिसर का मास्टर प्लान, चारों धामों में ऑल वेदर रोड, मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत मंदिरों की सर्किट जैसे अनेक क्षेत्रों में भी कार्य किए जा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में 2027 में कुंभ का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए हरिद्वार ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

टनकपुर में शारदा कॉरिडोर पर काम किया जा रहा है। राज्य में विकास कार्यों के साथ-साथ रोजगार और स्वरोजगार को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। होमस्टे योजना, लखपति दीदी योजना, एक जिला दो उत्पाद और हाउस ऑफ हिमालय के जरिए स्थानीय आजीविका को बढ़ावा देने के लिए भी काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पारिस्थितिकी और आर्थिकी के बीच समन्वय बनाकर विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बजट सत्र में राज्य में मजबूत भूमि कानून लागू किया है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य की जमीनों को बर्बाद नहीं होने देगी और जनता के प्रयासों से राज्य सरकार उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा और विरासत को जीवित रखेगी।

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