महाकुम्भ नगर: “मौनी अमावस्या” (Mauni Amavasya) पर होने वाले दूसरे “अमृत स्नान” को लेकर नगर निगम की ओर से शहर भर में स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। रेस्ट एरिया से लेकर, पेयजल, टॉयलेट्स की भी पूरी व्यवस्था की गई है। इन व्यवस्थाओं का श्रद्धालु अच्छे से लाभ उठा सकें इसके लिए स्वच्छता का भी पूरा ख्याल रखा गया है। 24 घंटे में 3 बार टॉयलेट्स और सड़कों की मैकेनाइज्ड क्लीनिंग करवाई जा रही है। वहीं, शहर के तीन दिनों तक नो व्हीकल जोन घोषित किए जाने के बाद कूड़े के निस्तारण का मास्टर प्लान भी तैयार किया गया है।
ठहरने के साथ पेयजल, टॉयलेट, बिजली और अलाव की है व्यवस्था
अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर शहर में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के होने की संभावना है। ऐसे में नगर निगम ने दूर-दराज से आने वाले प्रत्येक जन को सुविधा मुहैया करवाने का इंतजाम किया है। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए निगम की ओर से शहर भर में 88 होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। सभी होल्डिंग एरिया में पेयजल, टॉयलेट, बिजली और अलाव की व्यवस्था की गई है। ये होल्डिंग एरिया जहां भीड़ कंट्रोल करने में कारगर साबित हो रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग यहां आराम करने के साथ सभी व्यवस्थाओं का लाभ उठा रहे हैं।
टेंट से बनाए गए रेस्ट एरिया एमजी मार्ग, लीडर रोड बागड़ धर्मशाला होते हुए संगम तक जाने वाले मार्ग पर, प्रयाग स्टेशन से इंडियन प्रेस चौराहे से जी टी जवाहर तक व अन्य मुख्य मार्गों पर बनाए गए हैं। इनके अतिरिक्त नगर निगम द्वारा बनाए गए 38 अस्थायी और 8 रैन बसेरे में रात में ठहरने की सुविधा का लाभ भी लोग उठा रहे हैं।
तीन दिन तक नि:शुल्क है सुलभ कॉम्प्लेक्स का उपयोग
अपर आयुक्त ने बताया कि अलाव की व्यवस्था होल्डिंग एरिया में तो की ही गई है, इसके अलावा मुख्य मार्गों पर भी रात में अलाव जलाए जा रहे हैं। तीन दिन 28, 29 और 30 जनवरी तक शहर में संचालित सभी सुलभ कॉम्प्लेक्स सभी के लिए नि:शुल्क कर दिए गए हैं। इनकी सफाई व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 24 घंटे में 3 बार शौचालय और सड़कों की मैकेनाइज्ड क्लीनिंग करवाई जा रही है।
मोबाइल टॉयलेट्स मुख्य मार्ग के अलावा, पार्किंग एरिया, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और उन जगहों पर इंस्टॉल किए गए हैं, जहां सीवर लाइन पास है ताकि इनकी डिस क्लीयरिंग करवाई जा सके। टीम द्वारा मोबाइल टॉयलेट्स की लगातार मॉनिटरिंग करवाई जा रही है। बहुत ज्यादा भीड़ होने की वजह से ये 2 से 4 घंटे में भर जा रहे हैं। इनकी लगातार सफाई करवाई जा रही है ।
आरसी गाड़ियों में स्टोर किया जा रहा कूड़ा, खाली प्लाट में किया जा रहा डंप
अपर आयुक्त ने बताया कि क्योंकि पूरा शहर नो व्हीकल जोन घोषित हो चुका है, नगर निगम की कूड़ा गाडियां भी तीन दिन तक बसवार तक नहीं जा पाएंगी। ऐसे में नगर निगम के कर्मचारी डोर टू डोर और हैण्ड पिकिंग कूड़ा कलेक्शन कर रहे हैं । जो कूड़ा सड़कों से उठाया जा रहा है, वह आरसी मशीन में कलेक्ट किया जा रहा है। जिस एरिया से ज्यादा कूड़ा निकल रहा है, वहां आस- पास खाली प्लाट चिन्हित किए गए हैं, जहां कूड़ा डंप किया जा रहा है। इन स्थल को तिरपाल से कवर किया जा रहा है। शहर भर में भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
निगम के सफाई मित्र भंडारा स्थल की सफाई कर रहे हैं। साथ ही जगह-जगह पर लाइनर बैग के इंतजाम किए गए हैं, ताकि कूड़ा उसी में डाला जाए। आम दिनों में जहां शहर में 700 टन कूड़ा जनरेट होता है, वहीं इन तीन दिनों में 1000 से 1500 टन कूड़ा निकलने की आशंका है । इसके निस्तारण के लिए पहले से ही पूरी व्यवस्था कर ली गई है ।
महाकुम्भ हम सबकी आस्था का पर्व है। प्रयागराजवासियों की जिम्मेदारी है कि शहर की साफ़-सफाई में सभी पूरा सहयोग करें। मौनी अमावस्या पर देश-विदेश से श्रद्धालु शहर में आ रहे हैं, क्योंकि पूरा शहर नो व्हीकल जोन घोषित हो चुका है। ऐसे में 28, 29, 30 तीन दिन तक कूड़ा घर पर ही रखें या डोर टू डोर कलेक्शन के लिए आने वाली नगर निगम की गाड़ी में ही डालें। सड़कों-गलियों में इधर-उधर कूड़ा न फेंकें, ताकि प्रयाग की धरती पर आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु स्वच्छ सुंदर प्रयागराज और महाकुम्भ का सुखद अनुभव लेकर जाए।
– चंद्र मोहन गर्ग, नगर आयुक्त