महाकुंभ को ध्यान में रख सभी निकायों में श्रद्धालुओं के लिए हो व्यवस्था: एके शर्मा

AK Sharma

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा (AK Sharma) ने प्रयागराज महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत कुम्भ मेला क्षेत्र सहित प्रयागराज तीर्थ राज को जोड़ने वाले प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों एवं मुख्य धार्मिक स्थलों से जुड़े नगरीय निकायों में साफ-सफाई, स्वच्छता, मार्ग प्रकाश, पेयजल, शौचालय, अलाव, स्वागत शिविर, मार्गों की सफाई व गड्ढामुक्ति के साथ स्वागत शिविरों एवं शेल्टर होम्स में रूकने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने, चाय-जलपान आदि की व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का आगाज हो चुका है। पवित्र संगम में दो प्रमुख स्नान के बाद अधिकांश श्रद्धालु अयोध्या, बनारस, विंध्यवासिनी, चित्रकूटधाम, मथुरा आदि धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए भी जायेंगे। अतः इन धार्मिक स्थलों के निकाय अधिकारी पूरी सर्तकता के साथ श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायेंगे। इन धार्मिक स्थलों से जुड़े प्रमुख मार्गों के निकायों के अधिकारी भी श्रद्धालुओं की सेवा में अपने क्षेत्रों में सुविधएं उपलब्ध करायेंगे। इसके लिए व्यापार मण्डलों और जनता जर्नादन का भी सहयोग लें। साथ ही महाकुम्भ मेला क्षेत्र की साफ-सफाई स्वच्छता बनाये रखने सहित प्रदेश अन्य सभी छोटे-बड़े निकायों में सफाई-स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट कार्य करें।

नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा (AK Sharma) सोमवार को निकाय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों के लिए उत्कृष्ट व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यही अवसर है भारत की सनातन संस्कृति, अस्था, भक्ति और अध्यात्मिकता को दुनियाभर में प्रसारित करने का, इस समय महाकुम्भ में विभिन्न देशों के श्रद्धालु भी आ रहे और वे यहां की संस्कृति, भक्ति एवं अध्यात्म से ऊर्जित हो रहे तथा यहां की व्यवस्थापन, साफ-सफाई, बेहतर प्रबन्धन की प्रसंशा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र संगम में विगत दो दिनों में 05 करोड़ से अधिक श्रद्धालु, साधु-संन्यासी एवं कल्पवासियों ने पुण्य स्नान किया है, जिसमें देश-दुनिया से आये हुए श्रद्धालु शामिल रहे। इनमें से अधिकांश श्रद्धालु अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूटधाम, मां विंध्यवासिनी के भी दर्शन करने जायेंगे। इन प्रमुख धार्मिक स्थलों और इनसे जुड़े मार्गों पर भी श्रद्धालुओं की बढ़ोत्तरी से किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए इनसे जुड़े निकाय अपने क्षेत्र में स्वागत द्वारों व शिविरों, शेल्टर होम्स में ठहरने के साथ, भोजन-पानी, नास्ता-चाय के साथ ठण्ड से बचने के लिए अलाव आदि की व्यवस्था रहे। पानी के लिए पर्याप्त टैंकर, मोबाइल शौचालयों, नदी-घाटों में महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था हो। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तथा लोगों के अपने साथियों-संबंधियों से विलग होने की स्थिति को भी ध्यान में रखा जाए और कण्ट्रोल रूम संचालित रहे। ठण्ड के चलते आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध रहे। इसपर भी ध्यान दिया जाए स्थानीय परिवहन श्रद्धालुओं से ज्यादा किराया वसूलने का भी प्रयास न करें।

महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की मदद के लिए जीआइएस आधारित क्यूआर कोड का किया जा रहा उपयोग

सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों के साथ मार्गों, गलियों, सड़कों, नदी-घाटों की सफाई व्यवस्था के बेहतर प्रबन्ध किए जायें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों से कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं का आना-जाना होगा। इसलिए प्रदेश के सभी निकाय अपने निकायों की स्वच्छता सफाई का बेहतर व्यवस्थापन करें तथा तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य मार्गों के होल्डिंग एरिया में जलपान, चाय आदि की व्यवस्था करें। उन्होंने (AK Sharma) कहा कि महाकुम्भ 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा इसके लिए हमें तैयार रहना है, कहीं से भी किसी प्रकार की शिकायत न आए। अभी कुम्भ मेला क्षेत्र में की गई साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं की श्रद्धालुओं ने बड़ी प्रसंशा की है इसको बनाये रखना है।

उन्होंने (AK Sharma) प्रयागराज महाकुंभ-2025 के प्रथम दो महत्वपूर्ण स्नान के सफलतापूर्वक समापन के लिए मेलाधिकारी, प्रमुख सचिव नगर विकास, निदेशक स्थानीय निदेशालय, नगर आयुक्त प्रयागराज सहित सभी क्षेत्रीय अधिकारी, कर्मचारी और सफाई मित्रों को धन्यवाद व शुभकामनाएँ दी।

नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने प्रमुख नगर निकायों में बनाये स्वागत शिविरों और सेल्टर होम में की गयी व्यवस्था का आनलाइन निरीक्षण कर वहां पर ठहरे हुए श्रद्धालुओं से भी वार्ता की। प्रयागराज महाकुंभ के दृष्टिगत अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूटधाम, मिर्जापुर, मथुरा के धार्मिक स्थलों पर भीड़ बढ़ने के कारण उससे जुड़ी समस्याओं एवं व्यवस्थाओं पर अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने नगर आयुक्त प्रयागराज को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र, नदी-घाटों एवं जल की स्वच्छता के साथ वहां पर बनाये गये शौचालयों की बेहतर सफाई सुनिश्चित करायें। रैन-बसेरों एवं स्वागत शिविरों में खाने-पीने, चाय व जलपान की व्यवस्था तथा ठण्ड से बचने के लिए अलाव भी जलाये जायें। रैन-बसेरों में पानी के टैंकर की उपलब्धता रहे। श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्था मिले, शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों, स्वयंसेवियों से सहयोग लेकर व्यवस्था की जाए। उन्होंने भदोही, जौनपुर, फतेहपुर, प्रतापगढ़, चित्रकूट, मंझनपुर, अम्बेडकरनगर, रायबरेली निकायों के अधिशासी अधिकारियों को भी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।

नगर आयुक्त अयोध्या ने बताया कि 10,000 लोगों के रूकने की व्यवस्था की गई है। 2000 क्षमता का एक शिविर बनाया जा रहा है, 34 शेल्टर होम, 1117 सीट शौचालयों की व्यवस्था, 14 चौराहों का सौन्दर्यीकरण, रायबरेली रोड पर स्वागत शिविर, सरयू घाट में 150 चेंजिंग रूम, सहित पर्याप्त पानी टैंकर और मोबाइल टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है। रविवार को 05 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुँचे थे। वार्ता के दौरान स्वागत/विश्राम शिविरों व शेल्टर होम्स ठहरे श्रद्धालुओं ने मंत्री जी से व्यवस्थाओं, साफ-सफाई, आदर सत्कार की प्रसंशा की।

नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने कुम्भ आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन के लिए जाने पर वहां की निकायों में बनाये गये स्वागत/विश्राम शिविरों एवं शेल्टर होम्स में उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का लाभ अवश्य लें।

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