निकायों के सभी घाटों व धार्मिक स्थलों पर समुचित पेयजल व्यवस्था की जाये: एके शर्मा

Swachh Festival 2024

लखनऊ। स्वच्छताः सर्वधनं, स्वच्छताः सर्वरोगहरम्। स्वच्छताः सर्वसुखदं, स्वच्छताः सर्वलक्षणम्। इस श्लोक का अर्थ है कि स्वच्छता ही धन है, स्वच्छता सभी रोगों को दूर करती है। स्वच्छता सभी सुखों को प्रदान करती है। स्वच्छता ही हर प्रकार के लक्षणों को दर्शाता है। प्रदेया के नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि इसी अवधारणा को साकार करने हेतु आगामी त्योहारों के अवसर पर स्वच्छता को अंगीकार कर प्रकृति और पर्यावरण के साथ सद्भावपूर्ण व्यवहार करने के लिये नगर विकास विभाग प्रयासरत है।

नगर विकास मंत्री शर्मा (AK Sharma) ने बताया कि नगर विकास विभाग द्वारा केंद्र और राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश में ‘स्वच्छ त्यौहार-2024‘ (Swachh Festival) अभियान की शुरुआत की गयी है। स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) द्वारा प्रदेश की सभी नगरीय निकायों को अभियान से जुड़ी सभी गतिविधियों के संचालन से संबंधित निर्देश जारी किये है। “स्वच्छ दीपावली शुभ दीपावली” अभियान अंतर्गत खान-पान के स्थानों को साफ-सुथरा एवं स्वच्छ फूड स्ट्रीट के रुप में विकसित किया जाये, सिंगल यूज प्लास्टिक का बहिष्कार कर जूट के बैग, कपडे के बैग इत्यादि विकल्पों को प्रयोग में लाया जाये। स्वच्छ त्यौहारों प्रमुखतः धनतेरस के अवसर पर समस्त निकायों को “वोकल फाॅर लोकल” कैम्पेन के तहत स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को बढा़वा दिये जाने हेतु निकाय स्तर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित एवं पर्यावरण के लिए अनुकूल वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा दिए जाने हेतु निकायवार प्रदर्शनी व स्टाॅल लगाए जाएं। आगामी त्यौहारों से पूर्व निकायों में सी.टी.यू. को चिन्हित् किया जाये जहां आमतौर पर कूड़े-कचरे की मात्रा अधिक पायी जाती है। सार्वजनिक स्थान, रोड के किनारे, कार्यालय परिसर में विभिन्न स्थान, बाजार, खान-पान की जगह एवं गलियां व अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सी.टी.यू. को चिन्हित् कर पूर्ण रुप से स्वच्छ करने की कार्यवाही की जाये। मंत्री शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि त्योहारों के अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं की स्वच्छता में भागीदारी हेतु समन्वय बैठक करते हुए साफ-सफाई अभियान में श्रमदान हेतु प्रोत्साहित किया जाये।

मंत्री शर्मा (AK Sharma) ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी निकायों के प्रत्येक वार्ड में सफाई कार्मियों की बीट बनाते हुये प्रातः 05 बजे से 08 बजे तक सड़कों/गालियों की साफ-सफाई की जाये। शहर के मुख्य बाजारों, प्रमुख सार्वजनिक स्थलों बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थलों, शिक्षण संस्थानों इत्यादि के आस-पास के क्षेत्रों में सायंकाल 04 बजे से 08 बजे के बीच भी द्वितीय पाली में सफाई का कार्य एवं कूड़े का उठान कराया जाये। स्वच्छ त्यौहार-2024 (Swachh Festival) के अन्तर्गत दीपावली व छठ पूजा के मुख्य दिनों में जनमानस और आगंतुकों के लिए घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही श्रद्धालुओं व आम जनमानस को स्वच्छता हेतु कार्य करने के लिए निकायों द्वारा प्रोत्साहित किया जाए। छठ पूजा के अवसर पर दिन में न्यूनतम दो बार घाटों की समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था करायी जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाये कि ठोस अपशिष्ट का प्रवाह नदियों में न हो। छठ पूजा घाटों व घार्मिक स्थलों के आस-पास कोई खुला डम्पिंग स्थल एवं जी.वी.पी. प्वाइंट्स न हो। सफाई के समय एकत्र किये गये कूड़े को उसी समय सेनेट्री लैण्ड फिल साईट पर अथवा उचित स्थान पर भिजवाया जाये। किसी भी दशा में एकत्र किये गये कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर नहीं छोड़ा जायेगा। घाट स्थलों के आस-पास स्वच्छता एवं साफ-सफाई के संबंध में जागरूकता सम्बंधी निर्देश बोर्ड पर लगाया जाए। निकायों द्वारा घाट के पास स्नान घर, मोबाइल टॉयलेट/पोर्टेबल टॉयलेट लगाये जायेंगे एवं इससे सम्बंधित संदेश के बोर्ड भी स्थल पर स्थापित कराये जाएं। पूजा स्थलों की साफ-सफाई, अपशिष्ट संग्रहण हेतु जिलाधिकारी से समन्वय करते हुए उनके निर्देशों के अनुसार अलग-अलग शिफ्ट में कर्मचारियों व वाहनों को निकायों द्वारा लगाया जाए। निकायों द्वारा घाट के आस-पास कचरा संवेदनशील स्थलों की पहचान करते हुए उनकी सुन्दरता हेतु वृक्षारोपण आदि के माध्यम से सौन्दर्यीकरण कराया जाये।

मंत्री शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि निकायों के सभी घाटों व धार्मिक स्थलों पर समुचित पेयजल व्यवस्था की जाये। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु चेजिंग रुम की व्यवस्था की जाए। उपयोग के उचित संदेश सहित हरे और नीले रंग के कूड़ेदान को घाटों के आस-पास रखा जाए। निकायों द्वारा घाटों के आस-पास रेड एवं यैलो स्पॉट चिन्हित कर चेतावनी संदेश स्थापित कराया जाए एवं नजदीकी टाॅयलेट की दूरी भी दर्शायी जाए। घाट व पूजा स्थलों के आस-पास स्टॉल स्थापित किया जाये। जिससे जिंगल व छोटे वीडियो आदि तथा संबंधित वार्ड की स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति व अन्य चयनित ब्रांड एम्बेसडर्स द्वारा वार्ता के माध्यम से हरे कचरे और नीले कचरे के पृथक्करण, सिंगल यूज प्लास्टिक, स्वच्छ सर्वेक्षण फीडबैक व अन्य स्वच्छता सम्बंधी नागरिक दायित्वों हेतु जागरूक किया जाये। कूड़े के उठान व प्रबन्धन तथा मार्ग प्रकाश की व्यवस्था के साथ ही छठ पूजा के मुख्य कार्यक्रम स्थलों /तालाबों/घाटों एवं उनके संपर्क मार्गों कर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करते ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जाये। पब्लिक एनाउन्समेंट सिस्टम निकायों के घाटों पर जगह-जगह पर स्थापित किए जाए। निकायों द्वारा घाट व धार्मिक एवं पूजा स्थलों पर समुचित अर्पण कलश की स्थापना की जाए। घाटों का सौन्दर्यीकरण, मरम्मत कार्य व पूजा स्थलों पर एल.ई.डी. वाॅल आदि के माध्यम से स्वच्छता संबंधी संदेशों को दर्शाया जाए। छठ पूजा स्थलों/तालाबों / घाटों पर आवश्यकतानुसार कुशल तैराक/गोताखोर की भी व्यवस्था जन सहयोग (वॉलंटियर/ स्वैच्छिक संगठन/व्यापार मण्डल/उद्योग मण्डल) के माध्यम से सुनिश्चित किया जाये। त्यौहारों के अवसर पर समस्त कार्यों को पूर्ण कराने व कार्यों की निगरानी हेतु कर्मचारी एवं अधिकारियों की रोस्टरवार ड्यूटी लगायी जाए तथा प्राप्त निर्देशों के क्रम में सभी अपने निकाय/जिले पर उपस्थित रहें।

इन अभियानों के माध्यम से किया जायेगा स्वच्छता के प्रति जागरूक:

प्रतिबन्धित प्लास्टिक के उत्पादों के विरूद्ध अभियानः-

‘स्वच्छ त्यौहार – 2024‘ (Swachh Festival) अभियान अंतर्गत प्रतिबन्धित प्लास्टिक कैरी बैग तथा प्लास्टिक या थर्मोकोल से निर्मित एक बार उपयोग के पश्चात निस्तारण योग्य ;डिस्पोसल कप, गिलास, प्लेट, इत्यादि उत्पादों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर त्यौहारों को जीरो प्लास्टिक इवेंट एवं जीरो वेस्ट इवेंट के रुप में मनाया जाये तथा कूड़े कचड़े के लिये डस्टबिन का प्रयोग भी हो। नागरिकों को प्लास्टिक के उत्पादों एवं प्लास्टिक बैग के उपयोग के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाये। “स्वच्छ दीपावली शुभ दीपावली” अभियान पर संकल्प “स्वच्छ दीपावली” के अन्तर्गत किराने और अन्य खरीदारी के उपयोग के लिए कपड़े के थैले के उपयोग पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए जनता को प्रोत्साहित किया जाये। बच्चों के द्वारा प्लास्टिक के उपयोग के हानिकारक परिणामों के बारे में अपने घर, स्कूलों और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।

28 अक्टूबर से 02 नवंबर के मध्य चलेगा विशेष सफाई अभियानः-

नगर के चैराहे, नगर का दर्पण होते हैं, अतः प्रदेश की समस्त निकायों के चौराहों पर सौन्दर्यीकरण एवं मरम्मत के साथ -साथ सफाई अभियान चलाया जाये। साथ रेलवे स्टेशनों, बस स्टैड्स आदि सार्वजनिक स्थलों पर अभियान चलाकर स्वच्छता सुनिश्चित करते हुए स्वच्छता से संबंधित संदेश लिखवाए जाए।

स्वच्छ टाॅयलेट अभियानः-

स्वच्छ त्यौहारों (Swachh Festival) के अवसर पर सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई एवं रख-रखाव पर अत्यधिक ध्यान रखते हुए दिन में दो बार सफाई करायी जाए। इसके लिए विशेष स्वच्छ टाॅयलेट अभियान चलाया जाए। शौचालयों की मरम्मत व आस-पास साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। सार्वजनिक शौचालयों की दीवारों पर स्वच्छता से संबंधित संदेश लिखवाए जाएं।

दीपावली एवं छठ पूजा के उपलक्ष्य में घाटों पर सफाई का विशेष अभियानः-

निकायों पर दीपावली एवं छट पूजा के उपलक्ष्य में घाटों पर सफाई का विशेष अभियान चलाया जाये, जिसके लिए निकायवार “स्वच्छ घाट प्रतियोगिता” भी करायी जाये। इसमें निकाय स्तर पर उत्कृष्ट कार्य किये जाने वाले निकायों को सम्मानित किया जाएगा।

सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों आदि द्वारा स्वच्छता का पूर्ण ध्यान दिया जानाः-

आगामी त्यौहारों यथा दीपोत्सव, दीपावली, भाई दूज, देव दीपावली एवं छठ पूजा के अवसर पर कार्यरत सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों आदि को स्वच्छता बनाये रखने हेतु जागरुक किया जाए।

स्वच्छ सारथी क्लबः-

स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में “स्वच्छ दीपावली शुभ दीपावली” अभियान के अन्तर्गत आस-पास साफ-सफाई व्यवस्था के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति जागरुकता हेतु रंगोली प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, कला प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

आर.आर.आर. सेंटर्स को करें क्रियाशीलः-

निकायों पर बने आर.आर.आर. सेंटर्स को इस स्वच्छ दीपावली के अन्तर्गत उपयोग में लाया जाए, साथ ही समस्त वार्ड में इसे स्थापित किया जाए व इसका वृहद रुप से प्रचार- प्रसार करते हुए नागरिकों को 3-आर काॅन्सेप्ट के प्रति जागरुक किया जाए एवं घरों में व आस-पास स्वच्छता का संदेश दिया जाए। पुराने कपडे़, जूते, किताबे, खिलौने व अन्य निष्प्रयोज्य वस्तुओं को नागरिकों के सहयोग से आर.आर.आर. सेंटर्स पर एकत्र कराया जाएं एवं इस कार्य को पूर्ण कराये जाने हेतु प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए।

स्वच्छ दीपावली रील्स 2024ः-

सभी निकायों में 28 अक्टूबर से 03 नवम्बर 2024 के मध्य दीपावली के अवसर पर साफ-सफाई, सी.टी.यू. ट्रांसफाॅर्मेशन एवं स्वच्छता के प्रति नवाचार के माध्यम से स्वच्छ दीपावली मनाये जाने के 30 से 60 सेकेण्ड की वीडियों रील्स बनाये जाने हेतु युवाओं को प्रेरित किया जाए व निकाय इसे अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट करे साथ ही #swachhdipawali को समस्त पोस्ट पर टैग एवं निदेशालय के अधिकृत सोशल मीडिया पेज @sbm_up व राष्ट्रीय एस.बी.एम. पेज @sbmurbangov को भी टैग किया जाना सुनिश्चित करें।

स्वच्छता में भागीदारीः-

नागरिकों को स्वच्छता का महत्व बताते हुए विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम के माध्यम से उनकी भागीदारी सुनिश्चित करायी जाए। पार्कों में वेस्ट/रिसाइकिल वस्तुओं से पुनः निर्मित वस्तुओं द्वारा सौन्दर्यीकरण, जिस हेतु निकायों में बने वेस्ट-टू-वंडर पार्क को सुदृढ एवं बेहतर किया जाए साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर भी वेस्ट-टू-आर्ट के माध्यम से विभिन्न वस्तुओं को लगाया जाए। समस्त स्वच्छता की भागीदारी कार्यक्रमों में ब्रांड एम्बेसडर्स, स्वच्छ योद्धा, स्वच्छ चैपिंयन्स आदि नागरिकों का सहयोग प्राप्त किया जाए। समस्त निकायों में ऐसे बहुत से स्थल है, जहां पर लोगो के खान-पान संबंधी रोड साइड एवं गलियों में ठेले व दुकाने होती है। उन सभी स्थानों को स्वच्छ फूड स्ट्रीट की श्रेणी में रखते हुए वहां पर ट्विन डस्टबिन, प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र व स्वच्छता हेतु जागरुकता अभियान चलाया जाए।

मार्ग प्रकाश व्यवस्था

दीपावली, भैया दूज और छठ पूजा व देव दीपावली उत्सव के अवसर पर निकाय के संबंधित यांत्रिकी विभाग द्वारा सभी स्ट्रीट लाइट्स को समुचित रूप से क्रियाशीत बनाने हेतु उनकी मरम्मत/अनुरक्षण व खराब लाइट्स को बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। छठ पूजा स्थलों व संपर्क मार्गों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाये।

कांग्रेस को उनके झूठ का फल अवश्य देंगे बाबा केदार: पुष्कर सिंह धामी

दीपावली, भैया दूज और छठ पूजा व देव दीपावली उत्सव के अवसर पर नगर विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे ‘स्वच्छ त्यौहार-2024‘ (Swachh Festival) अभियान का मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए जिससे कि जन-सहभागिता को बढ़ावा मिल सके। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के बारे में इन स्वच्छ त्यौहारों के दृष्टिगत जन-जागरूकता हेतु प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाए। सभी गतिविधियों को भारत सरकार के स्वच्छतम् पोर्टल एवं गूगल लिंक पर नियमित रुप से अपडेट किया जाए।

admin