भविष्य के कर्णधार हैं मेधावी छात्र, राष्ट्रीय शिक्षा नीति से उच्च शिक्षा को मिलेंगे नए आयाम

CM Dhami

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने शिक्षा निदेशालय में शनिवार को आयोजित ‘मेधावी छात्र सम्मान’ समारोह में प्रदेश भर से आए 10वीं एवं 12वीं परीक्षा में उत्तीर्ण 108 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री (CM Dhami)  ने कहा कि सभी मेधावी छात्र भविष्य के कर्णधार हैं, जो आने वाले समय में विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अपनी सर्वोच्च सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य इन्हीं युवाओं के हाथों में है। मेधावी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा से परिजनों, विद्यालय, शिक्षकों एवं सरकार को भी गौरवान्वित किया है।

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 राज्य में लागू की गयी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा को नए आयाम मिलेंगे। कौशल विकास से युवाओं को कार्यकुशल बनाया जाएगा। बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में भी सहायता मिलेगी। शोध-अनुसंधान को भी प्रोत्साहन मिलेगा और वैज्ञानिक सोच का विकास होगा।

मुख्यमंत्री (CM Dhami)  ने घोषणा की कि राज्य के 2871 विद्यालयों में मिड-डे मील योजना के तहत बनने वाले भोजन के लिए दो गैस सिलेंडर और एक चूल्हा राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। इस पर लगभग दो करोड़ 15 लाख का व्यय आएगा।

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इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विद्यार्थियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। छठवीं से 12वीं कक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देने का प्रावधान राज्य सरकार ने किया है। बच्चों को किताब-कपड़े के साथ नोटबुक फ्री देने का प्रावधान भी किया गया है। आगामी सत्र से प्रत्येक ब्लॉक से दो टॉपर छात्र-छात्राओं को भारत दर्शन के लिए ले जाया जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के किसी भी विद्यालय में शिक्षकों की कमी नहीं होने दी जाएगी। 3000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का कार्य गतिमान है। एलटी के 1500 शिक्षकों को आगामी महीनों में नियुक्तियां दे दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्कूलों एवं महाविद्यालय में आने वाली समस्याओं को निरंतर दूर कर रही है। स्कूलों में ई-लर्निंग, डिजिटल एवं स्मार्ट क्लास बनाई जाएंगी। इसके लिए स्वीकृति प्रदान हो चुकी है। इस दौरान शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे।

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