चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के चुनाव शुक्रवार को घाेषित हाे गए हैं। राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। राज्य में मनोहर लाल के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री बने नायब सैनी (CM Nayab Singh) स्वतंत्र रूप से केवल 74 दिन ही सरकार चला सके। अब उनका शेष कार्यकाल चुनाव आचार संहिता में ही व्यतीत होगा। मुख्यमंत्री सैनी ने अपने कार्यकाल के दौरान तीन सौ छोटी-बड़ी घोषणाएं की।
भारतीय जनता पार्टी ने करीब साढ़े नौ साल तक राज करने के बाद बीती 12 मार्च को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बदलकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था। 13 मार्च को नायब सैनी (CM Nayab Singh) ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया। 16 मार्च को लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। देशभर में आचार संहिता लग गई। सैनी केवल 74 दिन ही फुलफ्लैश काम कर सके।
आचार संहिता के दौरान ही 19 मार्च को नायब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और नए मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। इसके बाद सभी मंत्रियों ने अपना कार्यक्रम शुरू कर दिया।
लोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून को घोषित कर दिए गए और छह जून को देशभर में आचार संहिता हटी। जिसके बाद नायब सैनी सरकार एक्शन मोड में आ गई। नायब सैनी ने अपने कार्यकाल के दौरान लगभग तीन सौ छोटी-बड़ी घोषणाएं की और पूर्व मनोहर सरकार के कार्यकाल के दौरान लिए गए करीब एक दर्जन फैसलों को वापस भी लिया गया।
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नायब सैनी (CM Nayab Singh) की घोषणाओं की खास बात यह रही कि उन्होंने अपने अल्प कार्यकाल के दौरान घोषणा करने के बाद उसकी अधिसूचना जारी करवाने पर भी जोर दिया। सैनी को सही मायने में 7 जून से 15 अगस्त तक का ही समय मिला, जिसमें उन्होंने खुद को साबित किया।
अब शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद अगले 45 दिन सैनी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में काम करते रहेंगे, लेकिन उनका यह कार्यकाल भी आचार संहिता में ही बीतेगा।