भगवान श्रीराम और भक्तों की सेवा में मानवबल और उपकारणों को नगर विकास ने किया समर्पित

Ayodhya Dham

लखनऊ। भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा में देश-विदेश से आये लाखों श्रद्धालुओं ने अयोध्याधाम (Ayodhya Dham) की स्वच्छता और शुशोभन की खूब सराहना की है। नगर विकास विभाग द्वारा अयोध्या धाम की स्वच्छता, सौंदर्यता तथा पुराने गौरव के साथ दिव्य और भव्य अयोध्याधाम के दर्शन कराने के लिए मानवबाल, स्वच्छता उपयोगी मशीनों और उपकारणों की पूरी श्रृंखला समर्पित कर दी थी। भारत सरकार के मंत्रालय ‘महुआ’ (Ministry of Housing & Urban Affairs) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर प्रदेश के नगर विकास विभाग द्वारा लगाए गए 2500 से अधिक सफाई मित्रों जिन्होंने 24×7 सेवा देकर अयोध्या धाम के कोने-कोने को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने का कार्य किया है, इसकी प्रशांसा की है।

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के ऊर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) के कुशल निर्देशन में नगर विकास विभाग द्वारा अयोध्या धाम (Ayodhya Dham)  की स्वच्छता और सुंदरता के लिए कराये गए कार्यों की जमकर प्रशांसा हो रही है। वहीं ‘महुआ’ ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर अयोध्याधाम को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए कार्यरत 2500 से अधिक स्वच्छता साथी की प्रशंसा की है।

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अयोध्या धाम (Ayodhya Dham) में भारत की प्राचीन संस्कृति के गौरव का बोध कराने के लिए नगर विकास विभाग से मानवबल और स्वच्छता उपकरणों को श्रीराम की नगरी को समर्पित कर दिया गया। 2500 से अधिक सफाईमित्र, 155 सफाई व अन्य उपयोगी उपकरण, 800 पोर्टेबल टॉयलेट्स भी अयोध्या धाम में स्थापित कर श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने अयोध्या धाम को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए लखनऊ और गोरखपुर नगर निगम से पर्याप्त मैनपावर और मशीनरी उपलब्ध कराई। एयरपोर्ट, बस व रेलवे स्टेशनों व ऐतिहासिक/धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई, सुशोभन व अन्य व्यवस्था के साथ मुख्य मार्गों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया।

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गलियों, सड़कों, नाले व नालियों की सफाई, मार्ग प्रकाश के लिए कार्मिकों की वार्डवार ड्यूटी लगाकर उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। गलियों की इन्टरलाकिंग, सड़कों को गड्ढामुक्त, खुली नालियों को ढकने के कार्य के साथ ही मलिन बस्तियों की साफ-सफाई और व्यवस्थापन आदि कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। मार्गों के सुन्दरीकरण के लिए बड़े पौधेयुक्त गमले भी रखे गए। अस्थायीय टॉयलेट, वीआईपी टॉयलेट, पब्लिक टॉयलेट, स्मार्ट टॉयलेट और महिलाओं के पिंक टॉयलेट भी बनाए गए।

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अयोध्याधाम (Ayodhya Dham) में नगर विकास विभाग के कार्य-

अयोध्याधाम (Ayodhya Dham) में नगर विकास विभाग द्वारा 59 सड़कों के लिए बिटुमिनस कंक्रीट और इंटर लॉकिंग का कार्य किया गया। स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा पुराने बुनियादी ढांचे के अलावा लगभग 150 विशेष मशीनरी प्रदान की गई हैं। जिसमें 6 जेसीबी, 5 यंत्रीकृत सफाई वाहन, 6 स्किड स्टियर लोडर, 10 फॉगिंग मशीन, 50 पानी के टैंकर, 7 जल छिड़काव मशीनरी, 6 डम्पर, 5 सक्शन मशीनरी, हाइड्रोलिक ट्रॉली के साथ 12 ट्रैक्टर हाईड्रॉलिक ट्रॉली युक्त, 6 स्ट्रीट लाइट सीढ़ी, 3 मवेशी पकड़ने वाला, 4 रिफ्यूज कॉम्पेक्टर, 30 हॉपर टिपर को अवधपुरी की सेवा में समर्पित किया गया।

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वहीं 3837 सीट के शौचालय की स्वीकृति प्रदान की गयी। मौजूदा समय में 85 शौचालयों में 773 सीटें, 104 सार्वजनिक क्षेत्रों में 364 सीटें, 1000 सीट के स्थायी और 1500 सीटों के अस्थायी शौचालय के साथ ही 30 मोबाइल शौचालय जिनमें 200 सीटें रखी गई हैं।

स्मार्ट सिटी और सुरक्षित शहर

स्मार्ट सिटी और सेफ सिटी अंतर्गत 51 पोलों पर 100 पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए गए। कुल 48 एएनपीआर कैमरे लगाए गए, जिसमें 37 कैमरे पार्किंग क्षेत्रों में और 12 कैमरे प्रवेश द्वार के मुख्य क्षेत्रों में लगाए गए। कुल 49 वीएमडी, जिसमें 12 बड़े और 37 छोटे वीएमडी लगाए गए। साथ ही निगरानी के लिए 1360 निजी और निगरानी कैमरों को मौजूदा आईटीएमएस नियंत्रण कक्ष के साथ एकीकृत किया गया।

मक़ानों का भी कराया गया निर्माण

कुल 18751 स्वीकृति के सापेक्ष 14,258 मकान का निर्माण कराया गया। जिनमें से 245 घर एयरपोर्ट ज़ोन के अंतर्गत हैं।

प्रदूषण मुक्त परिवहन

श्रद्धालुओं को प्रदूषण मुक्त वातावरण देने के लिये इ-परिवहन का भी भरपूर प्रयोग किया गया। अयोध्या धाम के लिए 229 बसें स्वीकृत की गयी। वहीं 50 ई-बसों के साथ ही 25 ई-ऑटो को भी 14 जनवरी 2024 को मा मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाई गई।

श्रद्धालुओं के लिए की गई स्वच्छ जल की व्यवस्था

अयोध्या धाम में आये श्रद्धालुओं के लिए 99 क्षेत्रों में पेयजल सुविधा प्रदान की गयी। विभिन्न क्षेत्रों में 22 वाटर कियॉस्क और 50 टीटीएसपी स्थापित हैं। वहीं 25 मई आई हेल्प यू कियोस्क भी लगाए गए हैं।

अमृत 20 योजनान्तर्गत कराये गए कार्य

श्रद्धालुओं के लिए 24×7 जल आपूर्ति परियोजनातैयार की गई। अशोक वाटिका पार्क को 9 करोड़ की लागत से तैयार किया गया साथ ही सह-उपचार संयंत्र का निर्माण भी कराया गया है।

नगर विकास विभाग द्वारा दी गई अन्य सेवाएं

अयोध्या धाम में कुल 68,200 मीट्रिक टन पुराने अपशिष्ट स्थल का उपचार किया गया। वहीं घाटों की नियमित सफाई के लिए विशेष मशीनें उपलब्ध कराई गई।

सफाई व्यवस्था की हो रही ऑनलाइन मॉनिटरिंग

अयोध्या धाम (Ayodhya Dham)  को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए किये गए कार्यों की लगातार ऑनलाइन मॉनिटरिंग हो रही है। सुबह 5 बजे से डीसीसीसी निगरानी के साथ-साथ आईईसी गतिविधियों की दैनिक निगरानी नियमित रूप से हो रही है। निगरानी के लिए विभिन्न यूएलबी से विशेष टीम को भी तैनात किया गया है।

वहीं सौंदर्यीकरण के कार्यों में राजमार्गों, श्रीराम पथ, भक्ति पथ, श्रीराम जन्मभूमि पथ, धर्म पथ, एयरपोर्ट रोड और मुख्य मंदिरों पर फूलों की सजावट की गयी है।

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प्रमुख मर्गों पर स्ट्रीप लाइट और सजावटी लाइटें लगाई गयी हैं। राजमार्गों पर अयोध्या लोगो और नियॉन लाइटें लगाई गयी। फ्लाईओवर और मुख्य क्षेत्रों पर कलात्मक पेंटिंग कराई गयी। हवाईअड्डा क्षेत्रों और मुख्य क्षेत्रों पर वृक्षारोपण कराया गया। 15 वार्डों में 3652 सजावटी पोल और हेरिटेज लाइटें लगाई गयी हैं।

अयोध्या धाम (Ayodhya Dham) को और भी भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने लगातार स्थलीय निरिक्षण कर अवधपुरी में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। नगर विकास विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने आज अयोध्या धाम को विश्वस्तरीय पहचान में दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसी के परिणामस्वरुप आज देश-विदेश के श्रद्धालुओं के साथ ही भारत सरकार ने भी नगर विकास विभाग की भूरिभूर प्रशंसा की है।

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