लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार(Yogi Government) 17 जुलाई से सड़क सुरक्षा (Road Safety) पखवाड़ा चलाएगी। इसका उद्देश्य मार्ग दुर्घटनाओं में कमी लाना और जनता को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है।
राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं की संख्या कमी लाने और यातायात नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 17 से 31 जुलाई तक सड़क सुरक्षा (Road Safety) पखवाड़ा शुरू करेगी।
वहीं मार्ग दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार ने अब सख्त रवैया भी अपनाया है। पखवाड़े के दौरान किसी विभाग में काम करने वाले कर्मचारी को दूसरी बार बिना हेलमेट के काम पर पहुंचने पर कार्यालय में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और उसको अनुपस्थित माना जाएगा। वहीं, सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक भी आयोजित की जायेगी।
मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) के निर्देश पर सड़क सुरक्षा (Road Safety) पखवाड़ा परिवहन, गृह, लोक निर्माण विभाग, चिकित्सा और शिक्षा विभाग समेत इससे जुड़े विभागों की कार्ययोजना के आधार पर आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में पखवाड़े के अंत तक जिला सड़क सुरक्षा कार्ययोजना तैयार कर परिवहन आयुक्त को भेजी जायेगी। राज्य में 15 दिवसीय कार्ययोजना भी तैयार की गई है। जिसके तहत सड़क सुरक्षा से संबंधित विभागों की कार्ययोजना के आधार पर यह अभियान चलाया जाएगा
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पिछले साल की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में 5.5 फीसदी और इससे होने वाली मौतों की संख्या में 4.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन चालकों की जान अधिक गई है।
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सड़क सुरक्षा (Road Safety) पखवाड़ा मनाने के लिए 15 दिन की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार उद्घाटन समारोह में सांसद, विधायक आदि जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा। वहीं संबंधित विभागों के अफसरों को भी सम्मिलित किया जाएगा। परिवहन से जुड़े बस, ट्रक, ऑटो यूनियन, एनजीओ के पदाधिकारियों को बुलाया जाएगा और उनसे भी राय ली जाएगी। वहीं स्कूलों में भी प्रार्थना के उपरांत छात्रों को सड़क सुरक्षा की जानकारी देते हुए नियमों के पालन की शपथ दिलाई जाएगी।
सड़क सुरक्षा (Road Safety) पखवाड़े के तहत अनेक आयोजन किए जाएंगे। इस अवधि में सेव लाइफ फाउंडेशन के सहयोग से सभी 75 जिलों में चालकों को सुरक्षित ड्राइविंग व फर्स्ट रेसपांडर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग की तरफ से मेडिकल कॉलेज के सर्जरी एवं हड्डी रोग विभाग की तरफ से मेडिकल एवं पैरामेडिकल छात्रों के लिए बेसिक और एडवांस लाइफ सपोर्ट से संबंधित कार्यशाला आयोजित की जाएगी। उत्कृष्ट कार्य करने वाले ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। परिवहन विभाग के सहयोग से स्कूली वाहनों के चालकों की आंखों व स्वास्थ्य का भी परीक्षण होगा। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के माध्यम से बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण कराया जाएगा। स्कूलों में रंगोली व पोस्टर प्रतियोगिता के जरिए जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा भी कई कार्यक्रम होंगे।