लखनऊ। राजधानी के शहरी सीमा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले शहीद पथ रोड स्थित इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium) के पास एक दिन पूर्व हुए होर्डिंग (Hoarding) हादसे के बाद मंगलवार को जाकर नगर निगम प्रशासन की नींद खुली है।
बता दें कि उक्त घटना में एक मां और उसकी बेटी की असमय मौत हो गई ,जिसको लेकर तमाम सवाल खड़े हो गये कि आखिर शहरी सीमा के अंदर नगर निगम की अनुमति से जो भी होर्डिंग (Hoarding) आदि लगे हैं, उनकी नींव कितनी ठीक है या फिर हाल के दिनों में इन चीजों की चेकिंग करायी गई की नहीं।
बहरहाल, देर से ही सही अब जाकर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के आदेश पर आज संबंधित अफसरों की टीम सक्रिय हुई है। वहीं नगर निगम प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों द्वारा अवैध प्रचार सामग्री को हटवाए जाने का अभियान वृहद रूप से निरंतर चलाया जाता है। अवैध प्रचार सामग्री हटाने तथा कमजोर/अवैध विज्ञापन स्ट्रक्चर जैसे यूनीपोल व होर्डिंग इत्यादि की जांच कराए जाने की कार्रवाई तेजी के साथ शुरू की गई। इस क्रम में सबसे पहले लोहिया पथ पर कमजोर हालात में पाए गए दो यूनिपोल हटाने की कार्रवाई की गई।
विभिन्न स्थलों से 10 यूनिपोल से फ्लैक्स हटवाए गए। वहीं 525 विज्ञापन पटों को सक्षम स्तर से मजबूती प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये जाने के लिये नोटिस निर्गत की गयी है जिसमें से लगभग 200 विज्ञापन पटों के प्रमाण पत्र कार्यालय में प्रस्तुत किये जा चुके हैं, शेष विज्ञापन स्ट्रक्चरों को नोटिस प्रेषित की जा रही है।
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वहीं यह भी बताया गया कि गत दिवस को इकाना स्टेडियम परिसर के अंदर मेसर्स ओरिजन्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लगायी गयी लगी होर्डिंग (Hoarding) के संबंध में अनुबंधनामा एवं मजबूती प्रमाण पत्र प्रस्तुत न किये जाने के कारण संबंधित एजेंसी को काली सूची में डाले जाने की कार्रवाई की जा रही है।