लखनऊ। प्रदेश के सभी नगर निगमों के नवनिर्वाचित महापौर, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन नगर विकास विभाग द्वारा आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान के ज्यूपिटर हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि थे। इस कार्यशाला में नगर विकास विभाग के सभी नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया। इसके साथ ही नवनिर्वाचित सभी पार्षद एवं सभासद कार्यशाला से ऑनलाइन जुड़े रहे। इस प्रकार आज आयोजित इस कार्यशाला में ढाई हजार से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया और प्रत्यक्ष रूप से नये भारत का नया उत्तर प्रदेश बदलता नगरीय परिवेश के संदर्भ में आयोजित कार्यशालाओं की परिचर्चा को सुना। एक दिवसीय कार्यशाला में तीन सत्र आयोजित किये गये। प्रथम सत्र उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में नगरीय सुशासन के संवैधानिक एवं विधिक प्राविधान विषय पर आयोजित की गयी।
द्वितीय सत्र नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा (AK Sharma) की अध्यक्षता में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा नगरीय निकायों के विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी विषय पर हुई। तृतीय सत्र उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की अध्यक्षता में नगरीय नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन विषय पर आयोजित की गयी। साथ ही नगर विकास विभाग के सलाहकार केशव वर्मा का सिटीज एज इंजन ऑफ इकोनॉमी ग्रोथ एण्ड इन्हैंन्सिंग क्वालिटी ऑफ लाइफ विषय पर व्याख्यान हुआ। कार्यक्रम के दौरान विभागीय योजनाओं एवं क्रियाकलापों से सम्बंधित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यशाला का प्रथम सत्र जो कि नगरीय सुशासन के संवैधानिक एवं विधिक प्राविधानों के सम्बंध में जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया। यह कार्यशाला उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में हुई। इसमें नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा (AK Sharma) , नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने प्रतिभाग किया।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। कार्यशाला के प्रथम सत्र को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सभी नवनिर्वाचित मेयर और चेयरमैन इस कार्यक्रम के अनुभवों को अपने क्षेत्र के पार्षदों और सभासदों को भी देने का कार्य करेंगे। सभी प्रतिनिधि अपने निकायों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प भी लेंगे। साथ ही साफ-सफाई और स्वच्छता बेहतर तरीके से संचालित हो इसके लिए महीने में एक दिन हाथ में झाडू जरूर उठाएं और लोगों को भी साफ-सफाई के लिए जागरूक करें। कहा कि निकायों की जमीनों, तालाबों, नालों, नदियों, पार्कों पर से अवैध कब्जों को भी हटाना होगा। गरीबों, रेहड़ी-पटरी दुकानदारों को परेशानी न हो, इसके लिए अधिक से अधिक वेन्डिंग जोन बनाएं। नगरों के सुन्दरीकरण एवं हरा-भरा बनाने पर विशेष ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन की सरकार ईमानदारी से कार्य कर रही है। इसी प्रकार ट्रिपल इंजन की सरकार को भी कार्य करना होगा। भ्रष्टाचारमुक्त प्रदेश के साथ भ्रष्टाचारमुक्त हमारे निकाय हों सभी इसका संकल्प लें। शहरों के छुट्टा पशुओं को गोआश्रय स्थल तक लेजाकर छोड़ने का प्रयास करना होगा। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि बदली है। पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है और दुनियाभर के लोग भारत की ओर देख रहे हैं। कहा कि प्रदेश के नगरीय व्यवस्थापन, साफ-सफाई के कार्य, पार्कों व फुटपाथों के सुन्दरीकरण कर बेहतर नगर बनाना है। प्रदेश के विकास से ही देश का विकास सम्भव है। इसके लिए प्रदेश के सभी नगरों का भी कायाकल्प करना होगा। हमारा प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश का पांचवां हिस्सा है। इतनी बड़ी आबादी के व्यवस्थापन एवं सुख-सुविधा के लिए एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि निकायों के बेहतर प्रबंधन एवं कार्यों की गुणवत्ता के लिए सभी निकायों का अपना डाटा होना जरूरी है। उन्होंने चुनाव जीतने पर सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया और कहा कि चुनाव जीतना कोई साधारण कार्य नहीं। जिसके साथ जनता का दिल मिलता है उसे ही वोट मिलता है। कड़ी मेहनत के बाद यह सफलता मिलती है।
हमारा नगर साफ रहे इसकी जिम्मेदारी हमारी है: सीएम योगी
इसी सत्र में नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने कहा कि नगर किसी देश व प्रदेश का आईना होते हैं। हमारे नगर निवेश के चुम्बक होते हैं। पहले लोग देश के बड़े शहरों बंगलौर, हैदराबाद, बम्बई, सूरत जाते थे लेकिन अब बाहर जाने के जरूरत नहीं पड़ेगी। सभी नगारिकों को अपने शहरों में ही मूलभुत सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी निकायों में एक तिहाई अनुपात में महिला प्रतिनिधि जीती हैं। यह हमारे नारी शक्ति के प्रति अच्छी धारणा का प्रतीक है। कहा कि नगरों की बेहतर साफ-सफाई के लिए 50 हजार नियमित सफाई कर्मचारी के साथ डेढ़ लाख से ज्यादा दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी लगे हुए हैं ये सभी नगर विकास विभाग परिवार के अंग हैं। जनसंख्या की दृष्टि से हमारा प्रदेश काफी बड़ा है। स्वतंत्र देश के रूप में यह दुनिया का 5वां बड़ा देश होता हमारे प्रदेश की जीडीपी में 65 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान हमारे नगरों का है।
प्रदेश की एक तिहाई जनता नगरों में रहती है और हमारे निकायों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधि 07 से 08 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि प्रत्येक सोमवार को निकायों के सभी चेयरमैन व अध्यक्ष अपने यहां 10 बजे जनसुनवाई करें, प्रत्येक मंगलवार को सभी मेयर अपने निकायों में 10 बजे जनसुनवाई करें। नगरों में शिकायतों के लिए 1533 टोल फ्री नं0 की व्यवस्था है, इसे और उपयोगी बनाना है। आगामी लोक सभा चुनाव से पहले मात्र पांच महीने कार्य करने को बचे हैं। सभी प्रतिनिधि इसी महीने अपने निकाय की विस्तृत डीपीआर बनाकर रिपोर्ट समय से भेज दें। निकायों के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है। अभी आगरा में पेयजल के लिए 264 करोड़ रूपये मंजूर किये गये हैं। कहा कि आपसी भेदभाव भुलाकर हम सबको मिलकर अब निकायों के विकास कार्य को आगे बढ़ाना है। नगरीय व्यवस्थापन एवं आवश्यक कार्यों के लिए वित्तीय प्रबंधन बहुत आवश्यक है। इस पर विशेष ध्यान देंगे।
कार्यशाला के प्रथम सत्र को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश का कायाकल्प हो रहा है। विकसित भारत का विजन हमारे सामने है। देश की अर्थव्यवस्था बढ़ी है। अगले 25 वर्षों में देश अपने पुराने गौरव को पुनः हासिल कर सकेगा। कहा कि शहर हमारे अर्थव्यवस्था के इंजन होते हैं। सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी निकाय की सेवा का अवसर मिला है। अपने शहर को आदर्श शहर बनाएं। अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के लिए गांव से शहरों की ओर आबादी का पलायन हो रहा है। प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने के लिए सभी नगरीय निकाय अपना स्थापना दिवस मनाएं साथ ही नागरिकों की जिन्दगी को अच्छा बनाने का प्रयास करें। अपने सीमित संसाधन से नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है।