लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा हाल में जारी की गई वार्षिक केसीएसआरडी (CSRD) रिपोर्ट मार्च 2022 अंतिम यानी की वर्ष 2021-22 की है। यह रिपोर्ट दो साल पहले के आंकड़ों पर आधारित है। वर्तमान में प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में बेहतरीन सुधार किए जा रहे है। विगत एक वर्ष में विद्युत सुदृढ़ीकरण के लिए बहुत कार्य हुआ है।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने बताया कि बीते एक वर्ष (2022-23) के आंकड़ों के आधार पर उ०प्र० की बिजली कंपनियों का प्रदर्शन बेहतरीन दिखेगा क्योंकि वर्ष 2022-23 में भारत सरकार द्वारा मूल्यांकन में लिए गये चार प्रमुख मानदंडों में सभी पर बेहतर काम हुआ है, जिसमें से कुछ उदाहरण निम्नांकित हैं:-
प्रबंधन सक्षमता :-
- प्रदेश में वर्तमान लागू रोस्टर के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 18:00 घण्टे, तहसील (मुख्यालय) में 21:30 घण्टे तथा जनपद (मुख्यालय) में 24:00 घण्टे विद्युत आपूर्ति निर्धारित है एवं स्थानीय व्यवधान को छोड़कर इस रोस्टर के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित की गयी है।
- पुराने बिजली के तार व खंभे तथा ट्रांसफार्मर बदलने का एक बड़ा अभियान चलाया गया है। इस वर्ष 15,996 मजरों में 17,804 किलोमीटर जर्जर खुले एल०टी० तारों को ऐबी केबल से प्रतिस्थापित किया गया है, जिससे विद्युत चोरी में कमी आयी है एवं बिजली की उपलब्धता बढ़ी है।
- वित्तीय वर्ष 2022-23 में उ०प्र०रा०वि० उ०नि०लि० (UPRVNL) ने कुल 39,691 मिलियन यूनिट सकल विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इससे पूर्व वर्ष 2018-19 में कुल 35.623 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया था, जिसके सापेक्ष इस वर्ष 2022-23 में 5.40 प्रतिशत अधिक विद्युत उत्पादन हुआ।
- राजकीय तापीय विद्युत उत्पादन निगम की इकाइयों ने इस अवधि में बेहतर प्रदर्शन किया। पिछले वर्ष के 71.82 प्रतिशत पी0एल0एफ0 के सापेक्ष इस वर्ष अब तक 78.54 प्रतिशत का पी०एल०एफ० प्राप्त किया गया।
- कुल 27 नये 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र उर्जीकृत एवं 53 विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमता बढ़ाई गयी।
संयोजन एवं अन्य सेवाएँ:-
- इस वर्ष में लगभग 15 लाख नये कनेक्शन दिए गए, जिसमें 57000 कनेक्शन किसानों को सिचाई हेतु दिए गए।
- KYC का व्यापक अभियान चलाकर उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने के साथ लगभग दो करोड़ उपभोक्ताओं की जानकारियाँ अद्यतन की गई।
- संयोजन एवं अन्य सेवाओं के लिए झटपट पोर्टल को अपग्रेड करके सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया।
मीटरिंग, बिलिंग, कलेक्शन:
- 8.6 लाख अनमीटर्ड उपभोक्ताओं के यहाँ मीटर लगाये गए बिलिंग और कलेक्शन में सुधार के लिए KYC में आये फोन नंबर का उपयोग कर उपभोक्ताओं को बिल की, ड्यू डेट की और संभावित विच्छेदन की जानकारी वाले SMS भेजे जा रहे हैं।
- बिलिंग, कलेक्शन तथा चोरी रोकने के अभूतपूर्व प्रयासों के कारण AT & C घाटे में काफी कमी आई है। पिछले वित्तीय वर्ष ( 2021-22 ) में AT & C loss, 31.19 प्रतिशत थे जो अब कम होकर 25.36 प्रतिशत हो गये है, इस 06 प्रतिशत की कमी से राजस्व घाटा रुपये 2,000 करोड़ तक कम हुआ है।
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खराबी व जन शिकायत का निराकरणः
- ट्रांसफार्मर बदलने सहित स्थानिक खराबी को ठीक करने के प्रयास युद्ध स्तर पर हो रहे हैं।सबसे प्रभावी कार्य जन शिकायतों के निस्तारण के लिए हुआ है।
- सम्भव ( SAMBHAV) ऑनलाइन पोर्टल के अन्तर्गत त्रिस्तरीय जनसुनवाई की व्यवस्था प्रारंभ की। इस वर्ष 2022-23 तक लगभग 1.5 लाख प्राप्त शिकायतों में से 1.35 लाख शिकायतों का निस्तारण किया गया है।
- उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के 1912 कॉल सेन्टर की क्षमता 60 से बढ़ाकर 120 करने के साथ 99 प्रतिशत से अधिक समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित किया गया है।