लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बुधवार को राज्य स्तरीय सलाहकार समिति और उच्चस्तरीय टीम-9 के साथ प्रधानमंत्री कुसुम योजना की प्रदेश स्तरीय स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने किसानों से गेहूं खरीद करने पर जल्द भुगतान कराने के निर्देश अधिकारियों का दिए। इसके साथ ही अधिकारियों को किसान हित में पीएम कुसुम योजना को लेकर किसानों को प्रोत्साहित कर लाभ दिलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
योगी (CM Yogi) ने कहा कि प्रदेश में जारी गेहूं खरीद प्रक्रिया के तहत अब तक 19 हजार मीट्रिक टन गेहूं क्रय किया जा चुका है। खरीद के बाद किसानों को भुगतान में कतई देरी न हो। तय समय के भीतर किसानों के बैंक खाते में गेहूं मूल्य का भुगतान कर दिया जाए। क्रय केंद्रों पर किसानों की जरूरतों का भी ध्यान रखें।
घरौनी और वरासत सुविधा को बनाए सफल
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि स्वामित्व, घरौनी और वरासत जैसे कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है। इनकी अद्यतन स्थिति की समीक्षा की जाए। अब तक 60 लाख से अधिक ग्रामीणों को घरौनी प्रदान की जा चुकी है। ड्रोन सर्वेक्षण के कार्य भी पूरा हो चुका है। हमारा लक्ष्य हो कि इस वर्ष के अंत तक सभी पात्र ग्रामीणों को उनके घरों का मालिकाना हक देने वाला प्रमाण पत्र घरौनी मिल जाए।
पीएम कुसुम योजना को लेकर किसानों को करें प्रोत्साहित
योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि भविष्य की जरूरतों के दृष्टिगत नवीकरणीय ऊर्जा विकल्पों को प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना’ संचालित हो रही है।
कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाना जरूरी: सीएम योगी
पीएम कुसुम योजना किसानों को अपनी भूमि पर स्थापित सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से स्वयं के लिए बिजली उत्पादन करने और ग्रिड को बिजली बेचने का विकल्प प्रदान करते हुए अतिरिक्त आय अर्जित करने का अवसर देती है। इस योजना को लेकर किसानों में उत्साह है। अधिकाधिक किसानों को इस योजना का लाभ दिलाया जाए।