जोशीमठ प्रभावितों का विस्थापन देश के लिए बनेगी नजीर: सीएम धामी

CM Dhami

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि जोशीमठ (Joshimath) को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार संपर्क में है। जोशीमठ प्रभावितों का विस्थापन पूरे देश के लिए नजीर बनेगी। इसी सोच और संकल्प के साथ उनके सुझावों के आधार पर बेहतर व्यवस्था के लिए विभिन्न पहलुओं के साथ चरणबद्ध तरीके से सरकार आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावित लोगों को त्वरित राहत पहुंचाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है। प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जायेगी, यह पूरे देश के लिए नजीर बनेगी।

उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोगों की जानमाल की सुरक्षा ही इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है।

राज्य की कानून व्यवस्था का बेहतर होना जरूरी: सीएम धामी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित भवनों के चिन्हीकरण का कार्य निरन्तर जारी है। भू-वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की टीमें भू-धसांव के कारणों की जांच कार्य में लगी हैं। प्रशासन प्रभावितों के निरन्तर सम्पर्क में है। राहत शिविरों में उनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ क्षेत्र के लोगों के हित में राज्य मंत्रिमंडल में लिए महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावितों के व्यापक हित में बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं। इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए। प्रभावितों के हित में उनकी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं।

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