रक्षा मंत्री पहुंचे देहरादून, माणा और औली में सैनिकों संग मनाएंगे दशहरा

Rajnath Singh

देहरादून। उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) मंगलवार शाम देहरादून पहुंचे। वे यहां सैनिकों संग दशहरा मनाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री (CM Dhami) ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदि ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर रक्षा मंत्री का देवभूमि पहुंचने पर स्वागत किया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) वायुसेवा के विशेष विमान से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एयरपोर्ट पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर स्वागत किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर रक्षा मंत्री का स्वागत किया।इनके अलावा प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने आज जीटीएस हेलीपेड में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उत्तराखंड आगमन पर उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) जौलीग्रांट से जीटीसी हेलीपैड पहुंचे। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का सेना के जवानों के साथ आज बड़ा खाने का कार्यक्रम बताया जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सिंह रात्रि विश्राम सेना के गेस्ट हाउस में करेंगे। रक्षा मंत्री बुधवार को बद्रीनाथ धाम के दर्शन और माणा स्थित राणाकोट पोस्ट और चीन सीमा से सटे माणा और औली में सैनिकों के संग दशहरा मनाएंगे।

रक्षा मंत्री पांच अक्टूबर (बुधवार) सुबह साढ़े सात बजे देहरादून से हेलीकॉप्टर से चमोली के लिए रवाना होंगे। इस दौरान वे चीन सीमा से सटे देश के अंतिम गांव माणा जाएंगे। साथ ही औली में सेना के साथ आयोजित दशहरा कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे और सेना की अग्रिम चौकियों का निरीक्षण भी करेंगे।

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रक्षा मंत्री भगवान नारायण के दर्शन के लिए बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना करेंगे। बदरीनाथ धाम में दर्शन के बाद उसी दिन देहरादून के रवाना हो जाएंगे। इसके बाद दिल्ली के लिए दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर रवाना होंगे।

उल्लेखनीय है कि माणा गांव भारत का अंतिम गांव माणा चमोली जनपद में बदरीनाथ से तीन किमी दूर 18 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। अपनी अनूठी परंपराओं के लिए इसकी एक अलग पहचान है। यहां रडंपा जनजाति के लोग रहते हैं। चमोली की मलारी घाटी में स्थित बाड़ाहोती में चीन ने वर्ष 2014 से 2018 तक कई बार घुसपैठ कोशिश को आइटीबीपी के जवानों ने नाकाम कर दिया। बाड़ाहोती में सेना और आइटीबीपी हमेशा चौकन्ना रहती है।

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