योगी सरकार में यूपी जल्द बनेगा सर्वाधिक नगर निगमों के म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने वाला प्रदेश

municipal bond

लखनऊ। उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के नेतृत्व में न केवल विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, बल्कि नगरीय निकायों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी अभूतपूर्व कदम उठा रहा है। यूपी जल्द ही देश का ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है, जिसने सर्वाधिक म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) जारी किये हैं। लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज के बाद अब वाराणसी नगर निगम भी म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) जारी करने की तैयारी में है। इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश ने महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों को पीछे छोड़ दिया है, जो इस क्षेत्र में अब तक अग्रणी रहे हैं। यह कदम न केवल प्रदेश के बड़े शहरों के ढांचागत विकास को गति देगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

वाराणसी का बॉण्ड जारी होते ही यूपी में होंगे सबसे ज्यादा म्युनिसिपल बॉण्ड वाले नगर निगम

सीएम योगी आदित्यनाथ की आर्थिक नीति और दूरगामी सोच का परिणाम है कि यूपी में सबसे पहले राजधानी लखनऊ और फिर गाजियाबाद, आगरा के बाद प्रयागराज के नगर निगमों के म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो चुके हैं। जल्द ही वाराणसी नगर निगम के म्युनिसिपल बॉण्ड की भी लिस्टिंग होने वाली है। वाराणसी का म्युनिसिपल बॉण्ड जारी होने के साथ 5 नगर निगमों के बॉण्ड जारी करने वाला उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य होगा। इससे पहले गुजरात और महाराष्ट्र राज्य इस सूची में उत्तर प्रदेश से आगे थे। हालांकि बंगलौर देश का पहला नगर निगम था जिसने 1997 में म्युनिसिपल बॉण्ड जारी कर पब्लिक फाइनेंस से 125 करोड़ रूपये जुटाये थे। लेकिन पिछली सरकारों की नीतिगत खामियों के चलते यूपी में 23 साल बाद सीएम योगी के मार्गदर्शन में नवंबर 2020 में सबसे पहले लखनऊ नगर निगम का म्युनिसिपल बॉण्ड जारी हुआ, जिससे लखनऊ नगर निगम ने 200 करोड़ रूपये का फण्ड एकत्रित किया। वर्तमान में पूरे देश में लगभग 19 नगरीय निकायों के म्युनिसिपल बॉण्ड लिस्टेड हैं, जिनमें से 4 उत्तर प्रदेश से हैं।

प्रदेश के नगरीय निकायों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में योगी सरकार का महत्वपूर्ण कदम

सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने लखनऊ के बाद गाजियाबाद फिर आगरा और इस सप्ताह ही प्रयागराज का म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) जारी किया है। प्रयागराज के म्युनिसिपल बॉण्ड को लेकर निवेशकों का उत्साह ने इसे 4.4 गुना ओवरसब्सक्राइब किया, जो कि प्रदेश में बदलते निवेश के सकारात्मक माहौल और आर्थिक तरक्की को दर्शाता है। यही नहीं प्रदेश का नगर विकास विभाग जल्द ही आध्यात्मिक नगरी वाराणसी का भी म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने जा रहा है।

जो कि न केवल वाराणसी के ढांचागत विकास को नई गति देगा, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर एक आधुनिक और आत्मनिर्भर शहर के रूप में विकसित करेगा। म्युनिसिपल बॉण्ड के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग शहरों में सड़कों, जलापूर्ति, सीवरेज सिस्टम, स्ट्रीट लाइटिंग, और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास में किया जा रहा है। यह न केवल शहरवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बना रहा है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में निवेश को भी आकर्षित कर रहा है।

यूपी को वन ट्रिलियन इकॉनमी में बनाने में जरूरी भूमिका निभायेंगे नगर निगमों के म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नगर निगमों के म्युनिसिपल बॉण्ड (Municipal Bonds) जारी कर एक ओर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है तो दूसरी ओर इसके जरिये इन शहरों बनने वाला आर्थिक निवेश का सकारात्मक माहौल यूपी को वन ट्रिलियन इकॉनमी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि म्युनिसिपल बॉण्ड के जरिये शहरों के ढ़ाचागत विकास के लिए आसानी से पब्लिक फाइनेंस जुटाया जा सकता है। जो न केवल शहरों के विकास को गति देंगे, बल्कि रोजगार सृजन, औद्योगिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे।

साथ ही इन शहरों की राज्य सरकार पर निर्भरता को भी कम करता है। खास तौर पर प्रयागराज और वाराणसी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन वाले शहरों के म्युनिसिपल बॉण्ड जारी होने से ये शहर वैश्विक स्तर पर निवेशकों और पर्यटकों को आकर्षित करेंगे।

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