देहारादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने सोमवार को कोरोनेशन अस्पताल का दौरा किया, जहां सहारनपुर से आपूर्ति किए गए कुट्टू के आटे को खाने के बाद वहां भर्ती लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। यह देहरादून जिले में फूड पॉइजनिंग के कारण 100 से अधिक लोगों के बीमार होने के बाद हुआ है । एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सहारनपुर से आपूर्ति किए गए कुट्टू के आटे में मिलावट की संभावना के कारण लोगों की तबीयत बिगड़ी। पत्रकारों से बात करते हुए, सीएम धामी ने कहा कि डीलर की दुकान को सील कर दिया गया है, और उन सभी अन्य जगहों को नोटिस दिया गया है जहां आटा आपूर्ति किया गया था। सीएम धामी ने कहा कि सहारनपुर प्रशासन को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
सीएम धामी (CM Dhami) ने पत्रकारों से कहा, “कुट्टू का आटा सहारनपुर से सप्लाई किया गया था। डीलर की दुकान को सील कर दिया गया है। जिन अन्य स्थानों पर आटा सप्लाई किया गया था, उन सभी को नोटिस दिया गया है। हमने सहारनपुर प्रशासन को इस संबंध में सूचित कर दिया है। बीमार हुए लोगों का यहां इलाज चल रहा है। इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा , उसे बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।”
मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती लोगों को समुचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हो तो अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जाए । फूड प्वाइजनिंग के कारण कोरोनेशन अस्पताल में 66 और दून मेडिकल कॉलेज में 44 मरीज भर्ती हैं ।
मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने स्वास्थ्य विभाग और जिलाधिकारी देहरादून को अस्पताल में आने वाले मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। देहरादून जिला प्रशासन की ओर से सहारनपुर के जिला प्रशासन को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सचिव को पूरे मामले की जांच करने और इस घटना के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग और अन्य संबंधित विभाग मिलकर घटना की जांच करेंगे। लापरवाही बरतने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।