लखनऊ: योगी सरकार में प्रदेश की आपातकालीन सेवा UP-112 प्रतिदिन औसतन 30,000 लोगों को आपात सहायता पहुंचा रही है। 2017 से पहले यह संख्या केवल 18,500 ही थी। अब पहले के मुकाबले दोगुने लोगों को त्वरित सहायता मिल रही है। इसी के साथ प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है। UP-112 सेवा को और अधिक प्रभावी बनाने में पुलिस रेस्पॉन्स व्हीकल (पीआरवी) विशेष तौर पर कारगर साबित हो रहे हैं जो आपात स्थितियों में तुरंत मदद पहुंचाते हैं।
पारदर्शिता के लिए बॉडी वॉर्न कैमरे बेहद कारगर
यूपी सरकार ने पुलिस कार्यवाही में पारदर्शिता लाने के लिए 6,278 पीआरवी पर तैनात कर्मियों को बॉडी वॉर्न कैमरे प्रदान किए हैं। इससे न केवल जनता के साथ पुलिस की बातचीत रिकॉर्ड हो रही है, बल्कि कर्मियों के कामकाज में भी जवाबदेही बढ़ी है।
2017 के बाद से सुरक्षा में बड़ा सुधार
2017 के बाद से UP-112 की आपातकालीन सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय बदलाव आया है। अब मदद के लिए कॉल करने वालों को औसतन कम समय के भीतर सहायता मिल जाती है।
इससे अपराध नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। UP-112 की सेवा आने वाले समय में अधिक तकनीकी सुधारों के माध्यम से और भी कारगर बनेगी।