अहमदाबाद और कोलकाता में आयोजित महाकुंभ-2025 रोडशो में शामिल हुए योगी के मंत्री

People of Gujarat and West Bengal received invitation to attend Maha Kumbh 2025

अहमदाबाद/कोलकाता। प्रयागराज महाकुंभ-2025 (Maha Kumbh) को दिव्य, भव्य और डिजिटल रूप में आयोजित करने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने अहमदाबाद और कोलकाता में भव्य रोड शो आयोजित किए। इन आयोजनों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मंत्रियों ने गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को महाकुंभ-2025 में भाग लेने का निमंत्रण दिया। अहमदाबाद में आयोजित रोड शो का नेतृत्व ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री अरविन्द शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने किया। वहीं, कोलकाता में आयोजित रोड शो में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना और गन्ना विकास राज्यमंत्री संजय गंगवार ने सहभागिता की।

भारत की एकता का जीवंत प्रतीक है महाकुंभ- एके शर्मा

अहमदाबाद में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री अरविन्द शर्मा ने कहा, “महाकुंभ (Maha Kumbh) केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का स्पंदन है। यह ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का दिव्य और समेकित जय-घोष है।” उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ-2025 में 45 करोड़ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना है। इसे ऐतिहासिक और विश्वस्तरीय अनुभव बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व्यापक तैयारियां कर रही है।

कोलकाता में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि महाकुंभ भारतीय समाज की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का उत्सव है। यह आयोजन विभेद और विवादों को पीछे छोड़ते हुए भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का अनुभव करने का मंच है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की जनता को महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए इस अद्वितीय आयोजन का हिस्सा बनने की अपील की।

इस बार दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुंभ है तैयारी- ऊर्जा मंत्री

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस बार महाकुंभ (Maha Kumbh) को पूरी तरह से स्वच्छ, सुरक्षित, और हरित बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेले को सिंगल-यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए घर-घर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रयागराज में 3 लाख पौधे लगाए गए हैं, जिनका संरक्षण मेला समाप्त होने के बाद भी सुनिश्चित किया जाएगा। महाकुंभ को डिजिटल बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। महाकुंभ की वेबसाइट और ऐप, 11 भाषाओं में एआई चैटबॉट, क्यूआर-कोड आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र और स्वच्छता व टेंटों की निगरानी के लिए आईसीटी प्रणाली लागू की जाएगी। इसके साथ ही गूगल मैप पर सभी स्थलों का एकीकरण किया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को नेविगेशन में सुविधा मिलेगी।

पर्यटकों की सुविधा के लिए स्मार्ट पार्किंग और रिवर फ्रंट का निर्माण

पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 101 स्मार्ट पार्किंग स्थलों का निर्माण किया गया है। यह पार्किंग स्थल 1867.04 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हैं और प्रतिदिन पांच लाख वाहनों की पार्किंग क्षमता प्रदान करेंगे। इन पार्किंग स्थलों की निगरानी इंटिग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के माध्यम से की जाएगी।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के स्नान के लिए 35 पुराने और 9 नए घाट बनाए गए हैं। 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले इन 44 घाटों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि संगम क्षेत्र के पास मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर 15.25 किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट तैयार किया गया है।

आधुनिक सुविधाओं के साथ ही होगा स्वस्थ महाकुंभ (Maha Kumbh) का आयोजन

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि महाकुंभ-2025 को स्वस्थ महाकुंभ के रूप में आयोजित किया जा रहा है। मेले में परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल, 20 बेड के दो और 8 बेड के छोटे अस्पताल स्थापित किए गए हैं। मेला क्षेत्र में दो आईसीयू और आर्मी हॉस्पिटल भी तैयार किए गए हैं। इनमें 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती होगी।

श्रद्धालुओं की हेड काउंटिंग के लिए तकनीक का उपयोग

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या का सटीक अनुमान लगाने के लिए तीन तकनीकी विधियां अपनाई जाएंगी। पहली विधि “पर्सन एट्रिब्यूट सर्च” है, जिसमें कैमरों के माध्यम से ट्रैकिंग की जाएगी। दूसरी विधि आरएफआईडी रिस्ट बैंड आधारित होगी, जिससे तीर्थयात्रियों के प्रवेश और निकास का समय दर्ज किया जाएगा। तीसरी विधि मोबाइल ऐप आधारित है, जिसमें जीपीएस के माध्यम से श्रद्धालुओं की लोकेशन ट्रैक की जाएगी।

पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बनेगा महाकुंभ (Maha Kumbh) विश्वस्तरीय आयोजन

कोलकाता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए गन्ना विकास राज्यमंत्री संजय गंगवार ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों के साथ प्रयागराज महाकुंभ-2025 केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और तकनीकी दृष्टि से भी एक ऐतिहासिक आयोजन बनने जा रहा है। यह आयोजन भारत की एकता, सांस्कृतिक धरोहर और तकनीकी प्रगति का अद्भुत संगम होगा, जो न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा बनेगा।

गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को दिया महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण

अहमदाबाद और कोलकाता में आयोजित रोड शो में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इनमें प्रमुख मीडिया संस्थानों के पत्रकार, ट्रैवल ब्लॉगर, इंफ्लुएंसर, उद्योगपति और ट्रैवल ऑपरेटर शामिल थे। मंत्रियों ने गुजरात और पश्चिम बंगाल की जनता को महाकुंभ-2025 में शामिल होकर इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बनाने का आह्वान किया। इस आयोजन के माध्यम से योगी सरकार के मंत्रियों ने महाकुंभ-2025 के महत्व को व्यापक स्तर पर पहुंचाना और इसे विश्वस्तरीय बनाने के लिए गुजरात के लोगों को आमंत्रित किया।

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