सावन (Sawan) का महीना भगवान शिव की आराधना और आध्यात्मिकता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक सावन रहेगा। इस माह में कई ग्रह (Planets) गोचर करेंगे।
शुक्र का गोचर
31 जुलाई को शुक्र ग्रह सिंह राशि में प्रवेश करेगा और 25 अगस्त तक वहीं रहेगा।
शुक्रादित्य योग
आत्मा के करक सूर्य देव 16 अगस्त को सिंह राशि में गोचर करेंगे और 16 सितंबर तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। इस दौरान शुक्र और सूर्य की युति भी बनेगी, जो शुक्रादित्य योग का निर्माण होगा। कुंडली में शुक्र मजबूत हो तो जातक को खुशी और आनंद प्राप्त करने में उच्च सफलता के साथ जीवन में सभी तरह के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।
बुध का गोचर
सावन माह के आरंभ होने से ठीक पहले ग्रहों के राजकुमार बुध का गोचरीय परिवर्तन 19 जुलाई शुक्रवार रात 4:42 बजे कर्क राशि से सिंह राशि में हो गया है. बुध 21 अगस्त तक यानि कुल 33 दिन सिंह राशि में रहकर अपना प्रभाव स्थापित करेंगे।
गुरु नक्षत्र गोचर
गुरु 31 जुलाई को देर रात 03 बजकर 30 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र के चतुर्थ चरण में प्रवेश करेंगे। इस नक्षत्र में देवगुरु बृहस्पति 19 अगस्त तक विराजमान रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 20 अगस्त को संध्याकाल 05 बजकर 22 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र से निकलकर मृगशिरा नक्षत्र में गोचर करेंगे।