लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने मंगलवार को गोमतीनगर स्थित नगर निगम के केन्द्रीय कार्यशाला में नगर निगम, लखनऊ के नवीन मुख्यालय भवन की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चारण एवं शंख ध्वनि व विधि विधान से पूजा अर्चना कर भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। नगर निगम का यह मुख्यालय भवन 2 करोड़ रूपये की लागत से 18196.4 वर्गमी क्षेत्रफल में बनाया जायेगा। जिसमें भूतल सहित 5 तल होंगे। भवन में वाहन पार्किंग के लिए बेसमेंट भी बनाया जायेगा। भूमि पूजन के दौरान महापौर मती सुषमा खर्कवाल, क्षेत्रीय विधायक, समस्त पार्षद, नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह मौजूद रहे।
नगर निगम लखनऊ के नवीन मुख्यालय भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस भवन का निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ 18 महीने में पूर्ण करा लिया जायेगा।
यह भवन गोमती नदी के किनारे पेपरमील वार्ड में विधानसभा की तर्ज पर बनाया जायेगा। जैसे लखनऊ शहर को खूबसूरत और भव्य बनाने का प्रयास हो रहा है, इसी प्रकार से नगर निगम मुख्यालय का यह नवीन भवन भी बेहद दिव्य, भव्य और आकर्षक रूप में बनाया जायेगा तथा आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। इस भवन में नगर निगम की सम्पूर्ण कार्यवाहियों सहित विधिवत व्यवस्था की जायेगी, जिससे नगर निगम के कार्यों के संचालन में आसानी होगी।
तत्पश्चात नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने नगर निगम के स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत स्थापित कन्ट्रोल रूम कार्यालय का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस कार्यालय से सम्पूर्ण नगर क्षेत्र की साफ-सफाई, स्वच्छता, व्यवस्थापन, बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों, शिवरी प्लांट, आरआर कार्यशाला आदि की निगरानी की जायेगी।
एके शर्मा (AK Sharma) ने नगर निगम अंतर्गत कूड़ा उठाने वाली वाहनोें, पम्पिंग स्टेशनों, डीजल पंपसेटों की साइटों पर ईधन भरने के लिए फ्यूअल बाउजर वाहन (ईधन वितरण वाहन) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे मौके पर ही वाहनों और मशीनों को ईधन की आपूर्ति हो सकेगी और कार्यों की गति में किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं आयेगी।
’सम्भव’ के तहत निकाय स्तर पर होने वाली जनसुनवाई को पुनः करें शुरू: एके शर्मा
एके शर्मा (AK Sharma) ने एसबीएम कार्यालय में ही नगर निगम के पदाधिकारियों और अधिकारियों के साथ बैठक कर नगर की साफ-सफाई, स्वच्छता, सुशोभन, व्यवस्थापन पर विशेष ध्यान देने को कहा। लखनऊ में कहीं पर भी जल भराव न हो, संचारी रोग न फैलने पाये, नाले/नालियों की सफाई में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए, जिससे नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़े।