मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG की आंसर-की जारी कर दी गई है। परीक्षार्थी नीट आंसर-की exams.nta.ac.in/NEET या neet.ntaonline.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों को नीट आंसर-की के उत्तरों पर कोई आपत्ति है तो वे प्रति प्रश्न 200 रुपये का भुगतान कर 31 मई रात 11.50 बजे तक अपना ऑब्जेक्शन दर्ज करा सकते हैं। ऑब्जेक्शन केवल ऑनलाइन मोड से neet.ntaonline.in पर जाकर दर्ज करवा सकेंगे। एक्सपर्ट पैनल की ओर से ऑब्जेक्शन का विश्लेषण किया जाएगा और फाइनल आंसर-की जारी की जाएगी। फाइनल आंसर-की के आधार पर ही नीट का रिजल्ट जारी किया जाएगा।
NEET का आयोजन देश भर में 5 मई को पेन पेपर मोड में किया गया था। नीट के जरिए ही देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमस, बीएचएमस, बीयूएमस ( MBBS, BDS, BSMS, BAMS, BHMS, BUMS ) और अन्य विभिन्न अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है। इसके अलावा मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) के लिए भी अभ्यर्थी नीट यूजी परीक्षा के मार्क्स के जरिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे। इस बार नीट में 24 लाख विद्यार्थी बैठे थे।
NEET की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी
परीक्षा में दो या उससे अधिक छात्रों के नंबर एक समान आने पर किसे मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह टाई ब्रेकिंग पॉलिसी से ही तय होता है। इस बार छात्रों के बराबर नंबर आने पर उनकी रैंक तय करने के लिए सबसे पहले उनके बायोलॉजी के नंबर देखें जाएंगे। जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। अगर इससे फैसला नहीं हो पाता है तो केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के अंकों की तुलना की जाएगी।
NEET टाई ब्रेकिंग फॉर्मूला 2024
1- जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
2- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से रैंक तय नहीं होती तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
3- इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स देखे जाएंगे। जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
4- जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ऊपर रखा जाएगा।
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5- इसके बाद जिस उम्मीदवार का बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
6- इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
7- जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत का प्रतिशत कम होगा।