जिस प्रकार शरीर के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार पर्यावरण के लिए पेड़-पौधे जरूरी

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चण्डीगढ़। जिस प्रकार शरीर को पोषण के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधों की आवश्यकता होती है। पेड़-पौधे पर्यावरण की अशुद्धियों को सोख लेते हैं और हमें शुद्ध प्राणदायिनी वायु देते हैं। पर्यावरण व भूमि संरक्षण के लिए मौजूदा समय में वृक्षारोपण (Plantation) जरूरी है। वृक्षारोपण कर पर्यावरण को बचाने का संकल्प हम सभी को लेने की जरूरत है। हमारा कर्तव्य है कि पर्यावरण सुधार के लिए अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण (Plantation) करना चाहिए।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज आज 17वें विश्व एग्री-टूरिज्म दिवस के अवसर पर एग्री-टूरिज्म सेंटर में वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पौधे हमें जीवनदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और जीवन का आधार हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अधिक से अधिक पौधे अवश्य लगाने चाहिए। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए पौधरोपण (Plantation) बहुत जरूरी है।

उन्होंने बताया कि एग्री-टूरिज्म सेंटर को स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य कृषि अनुसंधानों व प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना और प्रकृति को स्वच्छ रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है। साथ ही एग्री-इको पर्यटन से लेकर शैक्षणिक मूल्यों के प्रति दूसरों को प्रेरित करना है।

इसके अलावा स्कूलों व कॉलेजों के विद्यार्थियों को जैव-विविधता के बारे में जानने का भी अवसर मिलेगा। एग्री-टूरिज्म सेंटर को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में फूड कोर्ट व ट्री-हाउस जैसे कई अन्य आकर्षण भी जोड़े जा रहे हैं।