दीन-दुखी, जरूरतमंद, बेसहारा, गरीब एवं घायल लोगों की सेवा करना पुण्य का कार्य

Bandaru Dattatreya

चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya ) ने कहा कि समाज में रह रहे दीन-दुखी, जरूरतमंद, बेसहारा, गरीब एवं घायल लोगों की सेवा करना महान पुण्य का कार्य है। इसलिए रैडक्रास सोसायटी के सभी स्वयंसेवक बिना किसी भेदभाव के सच्चे दिल और मन से अपना दायित्व निभाए।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya ) आज सेक्टर-16 स्थित रैडक्रास भवन में भारतीय रैडक्रास सोसायटी हरियाणा शाखा द्वारा रैडक्रास आंदोलन के जन्मदाता सर हैनरी डयूना की वार्षिक जयंती के अवसर पर आयोजित विश्व रैडक्रास दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सबसे पहले रैडक्रास आंदोलन के जन्मदाता सर हैनरी डयूना के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा दीप शिखा प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

उन्होंने (Bandaru Dattatreya )  कहा कि इस वर्ष विश्व रैडक्रास दिवस का थीम- \”Keeping Humanity Alive\” (मानवता को जिन्दा रखना) है। उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि आज हरियाणा रैडकास न केवल हरियाणा प्रदेश अपितु अन्य राज्यों में भी अपनी कल्याणकारी गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करके जरूरतमन्द लागों की मदद करती है। हरियाणा राज्य रैडक्रास शाखा तथा इसकी जिला शाखाओं द्वारा रैडक्रास के उद्देश्यों के आधार पर मानवता के उत्थान के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और मैं यह भी आशा करता हूँ कि वह भविष्य में और प्रगति कर मानवता के हितों को ध्यान में रखते हुए और कई नई योजनाओं को क्रियान्वित करेंगे जिससे हरियाणा प्रदेश का नाम देशभर में ऊँचा होगा।

श्री दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya )  ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान सेवा के क्षेत्र में हरियाणा राज्य रैडक्रास हमेशा अग्रणीय रही है और इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि हरियाणा राज्य में कोई भी व्यक्ति जरुरत पड़ने पर खून की कमी महसूस न करें। वर्ष 2023-24 में 5512 स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन द्वारा 3,86,128 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया, जो कि पिछले वर्षों की तुलना में रिकार्ड रक्त यूनिट है, जिसके लिए रैडक्रास बधाई की पात्र हैं। दिव्यांगों की सेवा में भी हरियाणा रैडकास अग्रणी भूमिका निभा रहा है। दिव्यांग लोगों को निःशुल्क कृत्रिम अंगों एवं उपकरणों का वितरण अल्मिकों कानपुर के सहयोग से तथा रैडकास द्वारा स्वयं के संसाधनों से किया जाता है। वर्ष 2023-24 में जिला रैडकास शाखाओं के माध्यम से 25,374 कृत्रिम अंग दिव्यांगजनों एवं बुर्जुगों को वितरित किए गए। जिस पर 16,84,80,386 रुपये की राशि खर्च हुई है, जोकि महान पुण्य का कार्य है।

उन्होंने (Bandaru Dattatreya ) कहा कि रैडकास के राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा प्राथमिक सहायता एवं गृहपरिचर्या प्रशिक्षण का ऑन लाईन परीक्षा कराने के लिए हरियाणा प्रदेश को पायलट प्रोजैक्ट के लिए चयनित किया गया है और हरियाणा रैडकास इस पायलेट प्रोजेक्ट में खरा उतर रहा है, जिसके लिए भारतीय रैडक्रास समिति, हरियाणा राज्य शाखा बधाई की पात्र है।