देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक गोदरेज (Godrej ) परिवार में नई पीढ़ी के बीच बिजनेस का बंटवारा पूरा हो चुका है। देश की दिग्गज कंपनियों में शुमार गोदरेज समूह ने सालों की लंबी बातचीत के बाद बंटवारे पर सहमति का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ 127 साल पुराने गोदरेज फैमिली में संपत्तियों के विभाजन को लेकर सहमति बन गई है। परिवार ने गोदरेज ग्रुप (Godrej Group) को 2 भागों में बांटने के लिए एक समझौता किया है. इस समझौते के तहत आदि और भाई नादिर गोदरेज के पास ग्रुप की लिस्टेड कंपनियां होंगी। स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी है। चचेरे भाई-बहन जमशेद और स्मिता को अनलिस्टेड कंपनियों और लैंड बैंक (भूखंड) का नियंत्रण मिलेगा। समझौते में गोदरेज ग्रुप ने रॉयल्टी, ब्रांड के इस्तेमाल और लैंड बैंक के डेवलपमेंट से जुड़े मुद्दों को भी सुलझाया गया है।
पिरोजशा और नायरिका होंगे नया चेहरा
आदि गोदरेज के बेटे पिरोजशा गोदरेज जल्द ही गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप का नया चेहरा होंगे। वह अभी ग्रुप में वाइस चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालेंगे और अगस्त 2026 तक नादिर गोदरेज की जगह लेंगे। गोदरेज की नई पीढ़ी का सबसे अहम चेहरा पिरोजशा गोदरेज ही बनने जा रहा हैं। अभी वह मुख्य तौर पर गोदरेज ग्रुप के रियल एस्टेट बिजनेस की जिम्मेदारी संभालते हैं।
जमशेद गोदरेज को मिली गोदरेज इंटरप्राइजेज की कमान
वहीं, गोदरेज इंटरप्राइजेज का चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर जमशेद गोदरेज को बनाया गया है जबकि स्मिता की 42 वर्षीय बेटी न्यारिका होल्कर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. बता दें कि गोदरेज इंटरप्राइजेज में एयरोस्पेस, एविएशन, डिफेंस, इंजन, मोटर्स, ऊर्जा, सुरक्षा, बिल्डिंग मैटेरियल्स ,, ग्रीन बिल्डिंग कंसल्टिंग, ईपीसी सर्विसेज, इंट्रालॉजिस्टिक्स हेल्थकेयर डिवाइस, फर्नीचर, इंटीरियर डिजाइन, आर्किटेक्चरल फिटिंग, आईटी, सॉफ्टवेयर औ इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशन समेत कई व्यवसाय शामिल हैं।
गोदरेज ग्रुप की शुरुआत साल 1897 में ताले बेचने से हुई थी। आज गोदरेज ग्रुप कई सेक्टरों में कारोबार करता है। इसमें इंजीनियरिंग, इक्विपमेंट, सिक्योरिटी सॉल्यूशंस, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
जीएसटी कलेक्शन में रिकॉर्ड तोड़ उछाल, अप्रैल में 2.10 लाख करोड़ रुपये पार
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स सूचीबद्ध कंपनियों में सबसे बड़ी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 30 अप्रैल तक 1.26 लाख करोड़ रुपये है। वहीं, इन सभी कंपनियों का ज्वाइंट मार्केट कैप 200000 करोड़ से ज्यादा है।