नैनीताल। उत्तराखंड में वनाग्नि (Forest Fire) की घटनाओं को लेकर सरकार की सख्ती पिछले कुछ दिनों में काम आयी है। वन विभाग ने आग लगाने वालों के खिलाफ 227 अभियोग पंजीकृत किये हैं जबकि 39 लोगों को पकड़ा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में आग (Fire) की अभी तक 653 घटनायें प्रकाश में आयी हैं। इनमें लगभग 814 हेक्टेअर जगंल (Forests) खाक हो चुका है। इसमें से 480 हेक्टेअर से अधिक जगंल अकेले कुमाऊं परिक्षेत्र में है।
खास बात यह है कि सरकार के सख्त रूख के बाद वन विभाग ने आग लगाने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में आग लगाने वालों के खिलाफ 227 मामले दर्ज हुए हैं और 31 मामलों में 39 लोगों को पकड़ा गया है।
अधिकांश मुकदमे अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किये गये हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। यही नहीं आने वाले दिनों में और सख्ती की जायेगी।
प्रदेश में इन सब के बावजूद आग की घटनाओं में कमी नहीं आयी है। पिछले चौबीस घंटे में प्रदेश में आग की 47 घटनायें प्रकाश में आयी हैं। इनमें से 30 घटनायें कुमाऊं और 16 गढ़वाल मंडल में हैं। एक घटना वन्य जीव रिजर्व में है।
गौरतलब है कि वनाग्नि (Forest Fire)की घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने सख्त तेवर दिखाये और गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में उच्च अधिकारियों के साथ पृथक पृथक बैठक की।
मुख्यमंत्री ने जगंलों में आग लगाने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आने के निर्देश दिये। साथ ही ग्रामीणों, नव युवक मंगल दलों के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ सामंजस्य कायम करने को कहा था।