बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भता की ओर बढ़ रहा प्रदेश

Obra-C Thermal Power Plant

लखनऊ। प्रधानमंत्री मोदी के आशीर्वाद व मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विद्युत के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। इसी क्रम में ओबरा-सी 2×660 मेगावॉट क्षमता की तापीय परियोजना ( Obra C Thermal Project) की पहली ईकाई से शुक्रवार को कामर्शियल उत्पादन शुरू हो गया। इससे प्रदेश को 660 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली मिलेगी, साथ ही प्रदेश की बिजली उत्पादन की अपनी क्षमता 7140 मेगावाट हो गई है। साथ ही प्रदेशवासियों को सस्ती बिजली उपलब्ध हो इस दिशा में राज्य सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाया है।

प्रदेश के नगर विकास एवं उर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने इस अवसर पर कहा कि ऊर्जा विभाग प्रदेश के सम्मानित नागरिकों को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने में निरंतर लगा है। उन्होंने इस परियोजना से जुड़े सभी विद्युत कर्मियों सहित ऊर्जा परिवार का अभिनंदन किया और राज्य की जनता जनार्दन को हार्दिक बधाई दी।

उर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेहतर विद्युत आपूर्ति एवं इसकी गुणवत्ता बनाये रखने के लिए संरचनागत ढांचे में बदलाव किया जा रहा है। जल्द ही यूपी में बिजली की किल्लत खत्म होगी। ओबरा-सी परियोजना ( Obra C Thermal Project) में 660-660 मेगावॉट की दो इकाइयां स्थापित की गई हैं। इसमें से पहली इकाई से विद्युत का कामर्शियल उत्पादन शुरू हो चुका है। जिससे प्रदेश की विद्युत उत्पादन क्षमता में 660 मेगावॉट का और इजाफा हुआ है। इसी प्रकार इस परियोजना की दूसरी यूनिट से भी जून, 2024 तक बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। जिससे आने वाले गर्मी के मौसम में राज्य में बिजली की अधिकतम मांग को पूरा करने में बहुत सहायता मिलेगी। साथ ही प्रदेशवासियों को बिजली कटौती से भी नहीं जूझना पड़ेगा।

जल्द ही प्रदेश को 1920 मेगावाट क्षमता की विद्युत मिलने लगेगी: एके शर्मा

मई-जून की भीषण गर्मी से पहले ही राज्य में लगभग दो हजार मेगावॉट बिजली की उपलब्धता और बढ़ जाएगी। सोनभद्र जिले में स्थित 1320 मेगावॉट की ओबरा-सी परियोजना ( Obra C Thermal Project) की 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट से भी राज्य को बिजली मिलने लगेगी, वहीं जवाहरपुर और घाटमपुर परियोजना की 660-660 मेगावॉट की एक-एक यूनिट से भी अप्रैल तक बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

उर्जा मंत्री ने बताया कि ओबरा-सी परियोजना ( Obra C Thermal Project) सुपर क्रिटिकल तकनीकि और नवीनतम पर्यावरण उत्सर्जन मानकों पर आधारित है। इस इकाई से क्षमता का 105 प्रतिशत यानी 693 मेगावॉट तक बिजली का उत्पादन किया गया। इकाई से प्रतिदिन 158 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। परियोजना की लागत 13,005 करोड़ रुपये है। ओबरा-सी परियोजना ( Obra C Thermal Project) के शुरू हो जाने से मांग बढ़ने पर महंगी बिजली खरीदने के ग्राफ में कमी आएगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। ओबरा-सी की दूसरी इकाई से भी जल्द उत्पादन शुरू हो जाने की उम्मीद है।

भीषण गर्मियों में बिजली की किल्लत होने पर पावर एक्सचेंज से 10 रुपये प्रति यूनिट तक की महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है। वही ओबरा सी परियोजना की बिजली लगभग पांच रुपये प्रति यूनिट होगी। इस परियोजना से प्रतिदिन 158 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। हाल ही में जवाहरपुर परियोजना की एक इकाई से उत्पादन शुरू किया गया था। इसकी दूसरी इकाई से भी जल्द उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।

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