ठंड व शीतलहर की सर्द रातों में कोई भी खुले में सोने को न हो मजबूर: एके शर्मा

AK Sharma

लखनऊ। गरीबों, आश्रयहीनों व निराश्रितों को ठंड व शीतलहर के दौरान खुले में सोने को मजबूर न होने पड़े, साथ ही ऐसे लोगों को भी जिन्हें परिस्थितिवश बस व रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों के आसपास खुले में सोना पड़ता है। इन सभी लोगों को ठंड से बचाने के लिए सभी नगर निगम, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत अपने-अपने क्षेत्रों में स्थाई एवं जरूरत के अनुसार अस्थाई रैनबसेरों (Night Shelters) को संचालित कराये।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी नगर विकास विभाग एवं नगरीय निकाय के अधिकारी रैनबसेरों के संचालन व व्यवस्था को बनाने में पूर्ण गम्भीरता एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। साथ ही सभी निकाय पदाधिकारी भी अपने क्षेत्रों में रैनबसेरों के व्यवस्थित संचालन में सहयोग करेंगे।

उन्होंने (AK Sharma) सभी नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि सड़क किनारे खुले में सोने वालों को ठंड से बचाने के लिए रैनबसेरा में पहुंचाने के लिए जरूर सहयोग करें। सभी निकाय अधिकारी शेल्टर होम्स की जानकारी के लिए साइनबोर्ड लगवाये। रैनबसेरों में उचित प्रबंध के साथ गर्म कपड़े, साफ-सफाई, प्रकाश, पेयजल आदि की व्यवस्था हो।

नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने निर्देश में कहा कि बस व रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों, मेडिकल कालेजो, लेबर अड्डों, बाजारों की भीड़-भाड़ वाले स्थानों के पास अनिवार्य से रैनबसेरा संचालित कराये। लोगों को ठंड से बचाने के लिए चौराहों, बाजारों, रेलवे व बस स्टेशनों, अस्पतालों के आसपास जहॉ पर मजबूरी में लोग आते हैं ऐसे स्थानों पर अलाव जलाने की भी व्यवस्था की जाए। सभी रैनबसेरों में महिलाओं और पुरूषों के लिए रहने की अलग-अलग व्यवस्था हो, शौचालय भी अलग-अलग हो।

रैन बसेरों में ठंड से बचने के लिए उपलब्ध हो सभी जरूरी वस्तुएं: एके शर्मा

रैनबसेरों के संचालन में किसी प्रकार की कोताही न हो, इसकी देखरेख के लिए नोडल अधिकारी भी बनाये जाए। ठंड में खुले में व्यक्ति सोने को मजबूर न हो, इसकी भी निगरानी की जाए और सभी निकायों में इस कार्य हेतु रिस्पॉंस टीमें गठित की जाए।

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