वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने आश्रम घर की सराहना करते हुए कहा कि नर के रूप में यह नारायण की सेवा है। सीएम ने बताया कि वे समीक्षा बैठक में ‘अपना घर आश्रम’ (Apna Ghar Ashram) के सेवा भाव का जिक्र कर लोगों से सीखने को कहते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) सामने घाट -गढ़वा रोड स्थित ‘ अपना घर आश्रम’ (Apna Ghar Ashram) पहुंचे, जहां निराश्रितों की सेवा की जाती है। मुख्यमंत्री ने प्रभुजी ( आश्रम में रहने वाले निराश्रित लोग, जिनका इलाज़ होता है ) से हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने आश्रम में निर्मला बिरला, कोलकाता द्वारा निर्माणाधीन भवन “प्रभु सेवा केंद्र” का लोकार्पण किया।
दिव्यांगजनों के बारे में बदली धारणा
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि देश में दिव्यांगजनों और निराश्रितों के प्रति धारणा बदली है। उन्होंने चिकित्सक दम्पति के प्रयास को सराहनीय बताते हुए कहा कि इससे समाज के असहाय लोगों को सहायता मिल रही है। इस तरह के आश्रम अन्य स्थानों पर भी होने चाहिये। इस कार्य मे समाज के लोगों को आगे आकर अपनी सहभागिता करनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपना घर आश्रम में निराश्रितों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपचार, भोजन, कपड़े, निवास और अन्य आवश्यकता की वस्तुएं बिना किसी शुल्क समाज के सहयोग से प्रदान की जाती हैं।
लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने को कहा
योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने अपना घर आश्रम में रह रहे लोगों को पेंशन,आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड,दिव्यांगजन पेंशन, कृत्रिम अंग समेत सभी योजनाओं से जोड़ने की बात कही। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड के सीएसआर फंड से अपना घर को 42 लाख 38 हज़ार 935 रुपये का चेक प्रदान किया। जिला राइफल क्लब की ओर से भी 2,22,800 रुपये आश्रम के प्रबंधक को उपलब्ध कराए गए।
2018 में हुई थी अपना घर की स्थापना
अपना घर आश्रम की स्थापना 14 अक्टूबर 2018 को वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. के. निरंजन और उनकी पत्नी डेंटल सर्जन डॉ. कात्यायनी ने अपनी टीम के साथ पवित्र गंगा नदी के तट पर असहाय, निराश्रित बीमार व्यक्तियों की सेवा के लिए किया था। इस आश्रम के लिए डॉ. दंपत्ति द्वारा सौ बिस्तरों वाली आवासीय क्षमता का भवन भी उपलब्ध कराया गया है। यह आश्रम महिला और पुरुष दोनों के लिए है, जिसकी क्षमता 50-50 है। यहां पर निराश्रितो को सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे उपचार, भोजन, कपड़े, निवास और अन्य आवश्यकताएं बिना समाज के सहयोग से प्रदान की जाती हैं।बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए, इसकी क्षमता को धीरे-धीरे बढ़ाकर 300 कर दिया गया है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी नवीन कपूर आदि उपस्थित रहे।